मध्य प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दमोह में कानून व्यवस्था और प्रशासनिक आचरण को लेकर कड़ा संदेश दिया है। प्रदेश में हाल ही में सामने आए कुछ विवादित मामलों के बीच मंत्री का यह बयान बेहद अहम माना जा रहा है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अपराधी चाहे किसी मंत्री का रिश्तेदार हो या कोई बड़ा अधिकारी, कानून की नजर में कोई नहीं बख्शा जाएगा।
दरअसल, हाल ही में राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई और रिश्तेदारों का नाम गांजा तस्करी जैसे गंभीर मामले में सामने आने के बाद सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है। इस मुद्दे पर विपक्ष भी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। इसी संदर्भ में जब मंत्री इंदर सिंह परमार से सवाल किया गया, तो उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशों का हवाला देते हुए सरकार का रुख स्पष्ट किया।
‘अपराधियों पर कोई मेहरबानी नहीं’
दमोह पहुंचे मंत्री परमार ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले ही स्पष्ट दिशा-निर्देश दे चुके हैं कि अपराधियों पर किसी भी तरह की मेहरबानी नहीं की जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून अपना काम करेगा और इसमें किसी के पद या रसूख का लिहाज नहीं किया जाएगा।
“कोई किसी का भी रिश्तेदार हो, मंत्री-संत्री या अफसर, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री जी पहले ही निर्देश दे चुके हैं कि अपराधियों पर कोई मेहरबानी नहीं होगी।” — इंदर सिंह परमार, उच्च शिक्षा मंत्री
मंत्री के इस बयान को सरकार की डैमेज कंट्रोल की कोशिश और सख्त प्रशासनिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। यह बयान ऐसे समय आया है जब एक मंत्री के परिजनों का नाम उछलने से सरकार की छवि पर सवाल उठ रहे थे। परमार के बयान से संकेत मिलता है कि सरकार इस मामले में कोई भी नरमी बरतने के मूड में नहीं है।
विवादित IAS संतोष वर्मा को नसीहत
इसके अलावा, मंत्री इंदर सिंह परमार ने मध्य प्रदेश के विवादित IAS अधिकारी संतोष वर्मा के मुद्दे पर भी अपनी राय रखी। संतोष वर्मा अपने बयानों और आचरण को लेकर सुर्खियों में हैं और उनके खिलाफ जनता में काफी नाराजगी देखी जा रही है। मंत्री ने वर्मा को सीधे तौर पर नसीहत दी कि उन्हें अपनी मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।
परमार ने कहा कि एक अधिकारी जनता के टैक्स के पैसों से वेतन पाता है और उसी पैसे से उसने शिक्षा हासिल की है। ऐसे में उसे बहुत सोच-समझकर बयान देना चाहिए। उन्होंने भारतीय समाज के मूल्यों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे यहां बहन-बेटियों का सर्वोच्च सम्मान होता है और उनके सम्मान के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ या अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा “संतोष वर्मा का बयान देश और समाज के पचाने लायक नहीं है”
गौरतलब है कि सरकार द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नाजी किए जाने की वजह से IAS संतोष वर्मा के खिलाफ लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है। हालांकि मंत्री के इस बयान को सरकार की आगामी कार्रवाई के आधार के तौर पर देखा जा रहा है।





