Rubina Dilaik Birthday : रुबीना दिलैक ने छोटे पर्दे पर अपने करियर की शुरुआत सीरियल “छोटी बहू” के साथ की थी। उनकी अदाओं और अभिनय की वजह से उन्होंने जल्दी ही लोगों के दिलों में जगह बना ली और उन्हें कई अन्य पॉपुलर टेलीविजन शो में भी मौका मिला। “सास बिना ससुराल”, “पुनर्विवाह”, “देवों के देव महादेव”, “तू आशिकी” जैसे शों में भी रुबीना ने अपनी महारत हासिल की जो आज अपना 34वां जन्मदिन मना रही हैं। तो आइए जानतें हैं उनके बर्थडे पर कुछ अनकहे किस्से…
IAS अफसर बनना चाहती थी रुबीना
रुबीना दिलैक का जन्म 26 अगस्त 1987 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ था। उन्होंने साल 2006 में “मिस शिमला” प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और उस प्रतियोगिता को जीतकर विजेता बनी था। रुबीना का मूल लक्ष्य आईएएस अफसर बनना था और उन्होंने इसकी तैयारी भी की थी। हालांकि, उनका करियर किस्मत के खेल के कारण फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री में अभिनय की ओर मुड़ गया। जिसके बाद उन्होंने अपने अद्वितीय अभिनय के साथ “छोटे पर्दे” पर अपनी पहचान बनाई और “बिग बॉस 14” के विजेता के रूप में भी मान्यता प्राप्त की।
साल 2018 में रचाई शादी
रुबीना दिलैक पहले उनके सीरियल “छोटी बहू” के को-स्टार अविनाश सचदेव को डेट कर रही थीं। शो के दौरान साथ में काम करते समय करीब आए थे। हालांकि, शो खत्म होने के बाद ये कपल अलग हो गए थे। इसके बाद, रुबीना ने अभिनव शुक्ला के साथ अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत की। वे दोनों ने कुछ समय तक डेट किया और फिर 2018 में शादी का निर्णय लिया। दोनों की पहली मुलाकात से लेकर उनकी शादी तक का एक बेहद रोमांटिक सफर रहा। उनकी पहली मुलाकात गणपति पूजा के दौरान हुई थी और अभिनव ने वहाँ पर रुबीना को साड़ी में देखकर उन पर फिदा हो गए थे। उनका रिश्ता धीरे-धीरे बढ़ता गया और करीब तीन साल के डेटिंग के बाद दोनों ने शादी का फैसला किया था।
कर्ज में डूब गईं थी रुबीना
रुबीना दिलैक की जीवन में एक दौर था जब उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने एक टेलीविजन शो के दौरान अपनी सैलरी की वजह से मुश्किलों का सामना किया। उस शो के एग्रीमेंट में क्लॉज था कि रुबीना को 90 दिनों तक फीस नहीं मिलनी थी, जिसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी। हालांकि, समय के साथ रुबीना के लिए हालात सुधार गए और उन्होंने अपनी प्रतिभा और मेहनत से अपने करियर को आगे बढ़ाया। उन्होंने आर्थिक समस्याओं के बावजूद आत्मविश्वास बनाए रखकर संघर्ष किया।