जहां आज ‘जवान’, ‘पठान’, ‘पुष्पा 2’ और ‘कल्कि 2898 एडी’ जैसी फिल्में 1000 करोड़ क्लब में शामिल होने के लिए भारी प्रमोशन और बजट लेकर आती हैं, वहीं 2006 में बनी ‘Apocalypto’ ने सस्पेंस-थ्रिलर की ताकत से दुनिया भर का दिल जीत लिया था। फिल्म का बजट सिर्फ 40 मिलियन डॉलर यानी आज के करीब 334 करोड़ रुपये था, लेकिन इसने 120.7 मिलियन डॉलर (1005 करोड़ रुपये) की कमाई की। इसकी IMDb रेटिंग 7.8 है, जो इसे आज भी एक बेहतरीन थ्रिलर फिल्म बनाती है।
दरअसल ‘Apocalypto’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि सिनेमा की ताकत का प्रमाण है कि कम बजट, नई कास्ट और दमदार कहानी से भी इतिहास रचा जा सकता है। 1000 करोड़ की कमाई और 7.8 IMDb रेटिंग के साथ ये फिल्म आज भी थ्रिलर कैटेगरी में बेंचमार्क मानी जाती है।

‘Apocalypto’ की कहानी क्या है?
दरअसल ‘Apocalypto’ की कहानी एक ऐसे हीरो की है जो माया सभ्यता के समय का है। फिल्म का लीड कैरेक्टर ‘जैगुआर पाव’ एक आदिवासी है, जिसकी जिंदगी उस वक्त बदल जाती है जब आक्रमणकारी सेना उसके गांव पर हमला करती है। जैगुआर को बंदी बना लिया जाता है और उसके कबीले के लोग या तो मारे जाते हैं या नरबलि के लिए ले जाए जाते हैं। लेकिन एक मोड़ ऐसा आता है जब जैगुआर को अपनी जान बचाने का मौका मिलता है। कहानी में भागदौड़, जंगलों में छुपना, तीर-भाले से लड़ना और परिवार को बचाने की कोशिश दिखती है। फिल्म में ऐसा रोमांच है जो दर्शकों को स्क्रीन से हटने नहीं देता। खास बात यह है कि फिल्म बिना किसी बड़े हॉलीवुड स्टार के बनी, फिर भी दुनिया भर में तारीफें बटोरीं।
बिना सुपरस्टार के सुपरहिट
वहीं इस फिल्म में रुडी यंगब्लड ने जैगुआर पाव का रोल निभाया था। ये उनकी दूसरी फिल्म थी और इसके लिए उन्हें ‘फर्स्ट अमेरिकन इन द आर्ट्स’ अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर का खिताब मिला। उनके अलावा राउल ट्रूजिलो, मायरा सेर्बुलो, डालिया हर्नांडीज जैसे कलाकार फिल्म का हिस्सा थे। ‘Apocalypto’ को 79वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में तीन नॉमिनेशन मिले थे बेस्ट साउंड एडिटिंग, बेस्ट साउंड मिक्सिंग और बेस्ट मेकअप के लिए। इस फिल्म को मेल गिब्सन ने डायरेक्ट किया था, जो इससे पहले ‘The Passion of the Christ’ जैसी चर्चित फिल्म बना चुके थे।