ऑस्कर विजेता एआर रहमान ने अपनी करियर में एक-से-बढ़कर-एक सुपरहिट गाने दिए। उन्होंने अपने अभिनय के दम पर लाखों लोगों के दिलों पर राज किया। तो चलिए आज के इस खास मौके पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्तवपूर्ण बातें बताएंगे, जिसे सुनकर आपको भी अचंभा होगा। एआर रहमान का असली नाम ‘दिलीप चंद्रशेखर’ है। उनका जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था। रहमान को संगीत विरासत में मिली है। जिसके लिए उन्होंने कई पुरस्कार भी अपने नाम किए हैं। रहमान के नाम 6 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो ऑस्कर, 2 ग्रैमी, एक बाफ्टा और एक गोल्डन ग्लोब शामिल हैं। इसके अलावा, साल 2010 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसी बीच सिंगर ने एक बड़ा खुलासा किया है।
सुर, संगीत के अलावा यह एक साधना भी है, जिसके लिए जी-तोड़ लगातार मेहनत करनी पड़ती है। जिसका उदाहरण ए आर रहमान के रूप में देखा जा सकता है।

जोधा अकबर
आपको जोधा अकबर फिल्म तो याद ही होगी। इसके गाने भी काफी बेहतरीन थे, जिसमें एक डिवोशनल मास्टर पीस ख्वाजा मेरे ख्वाजा भी शामिल है। जिसे इस फिल्म के लिए नहीं लिखा गया था। इस बात का खुलासा सिंगर ए आर रहमान ने किया है। दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान खुद के लिए लिखा गया गाना लेकिन किसी और को देना पड़ा हो, इस बात के जवाब में उन्होंने इतना बड़ा खुलासा किया।
रखी थी ये शर्त
इस गाने को आशुतोष को दे दिया गया। दरअसल, फिल्म के रिलीज होने से पहले आशुतोष सिंगर के पास गए थे और कहा कि मुझे अपनी फिल्म के लिए गाना चाहिए। आपको ख्वाजा साहब पर गाना बनाना होगा, क्योंकि फिल्म एक सीन ऐसा है, जिसमें अकबर अजमेर जाता है। तब सिंगर ने यह जवाब दिया कि आपको कैसे पता चला कि मेरे पास गाना है, उन्होंने कहा कि दो लाइन ही चाहिए, अगर हो तो दे दीजिए। हालांकि, शर्त बस इतनी थी कि उस गाने में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया।
ये लोग आए थे नजर
बता दें कि फिल्म जोधा अकबर के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर है, जिसमें ऐश्वर्या राय और ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में नजर आए थे। इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला था।