कोटा पुलिस ने बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव को पकड़ा, पूछताछ के बाद छोड़ा, पढ़ें पूरी खबर

Manisha Kumari Pandey
Published on -
Elvish Yadav

Elvish Yadav: कुछ दिनों से एल्विश यादव सुर्खियों में है। बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 विजेता पर रेव पार्टीज में सांपों के जहर की तस्करी करने का आरोप है। इसी बीच शनिवार को राजस्थान की कोटा पुलिस से उनसे नाकेबंदी के दौरान एल्विश को हिरासत में लिया। इसकी जानकारी नोएडा पुलिस को भी दी गई। हालांकि नोएडा पुलिस द्वारा उनके वांछित (Wanted) होने से इनकार करने के बाद कोटा पुलिस से उन्हें छोड़ दिया।

पूछताछ और तलाशी के बाद पुलिस ने छोड़ा

दरअसल, एल्विश तीन लोगों के साथ कोटा के सुकेत क्षेत्र से अपनी कार से जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि वह मुंबई से दिल्ली जा रहे हैं। इस दौरान पुलिस ने उनकी कार रोकी। एल्विश के बारे में केस दर्ज होने की बात पता चलने पर कोटा पुलिस ने इस बात की जानकारी नोएडा पुलिस को दी। पुलिस ने बताया कि यूट्यूबर अभी भी वांटेड नहीं हैं और इस मामले में अभी भी जांच जारी है। कोटा पुलिस ने यूट्यूबर से करीब 20 मिनट तक पूछताछ की। तलाशी के दौरान कोई भी संदिग्ध वस्तुएं न मिलने पर उन्हें छोड़ दिया गया।

क्या है मामला?

जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार को सेफरन वेंडिंग विला में रेव पार्टी के लिए सांपों के जहर की तस्करी करने वाले गिरोह को नोएडा पुलिस ने पकड़ा। छापेमारी के दौरान 6 तस्करों से पास 2-2 दो मुँहे सांप, 5-5 कोबरा, एक अजगर और एक लाल सांप को बरामद किया गया। साथ में 25 एमएल जहर भी तस्करों के पास मिला। इस मामले में एल्विश यादव पर भी आरोप लगा है। हालांकि उन्होनें वीडियो जारी करते हुए खुद को इस मामले से अलग बताया है। जिसके बाद फैंस भी उनके सपोर्ट में उतर गए।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News