अपनी मुस्कान, खूबसूरती और दमदार एक्टिंग से दिल जीतने वाली मुमताज हिंदी सिनेमा की उन अदाकाराओं में से हैं, जिन्होंने मेहनत और टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री में जगह बनाई। 60 और 70 के दशक में उनकी गिनती टॉप हीरोइनों में होती थी। उन्होंने ना सिर्फ अपनी एक्टिंग से, बल्कि अपने डांस और पर्सनैलिटी से भी करोड़ों दिलों को जीता था।
मुमताज ने बेहद कम उम्र में फिल्मी दुनिया में कदम रखा था। उन्होंने 1955 में ‘सोन ऑफ अली बाबा’ से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट शुरुआत की। शुरुआती दिनों में उन्होंने बी-ग्रेड फिल्मों में छोटे रोल किए, लेकिन हार नहीं मानी। कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास से उन्होंने अपना नाम बनाया। 1969 की फिल्म ‘दो रास्ते’ में राजेश खन्ना के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं और एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में उनके खाते में आती गईं।

अधूरा रह गया था मुमताज का प्यार!
मुमताज की पर्सनल लाइफ भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही। एक वक्त था जब वह शम्मी कपूर पर फिदा थीं। मुमताज को पता था कि शम्मी शादीशुदा हैं, फिर भी वह उन्हें चाहती थीं। उन्होंने अपनी बहन से भी इस बात को कबूल किया था। हालांकि दोनों के बीच ये रिश्ता कभी मुकम्मल नहीं हो पाया। उस दौर में शम्मी कपूर की फीमेल फॉलोइंग जबरदस्त थी, लेकिन मुमताज का उन पर क्रश होना उनके इमोशनल साइड को भी दिखाता है। बाद में मुमताज ने खुद को अपने काम में पूरी तरह झोंक दिया और इंडस्ट्री में बड़ा मुकाम हासिल किया। उनका आत्मविश्वास, खूबसूरती और प्रोफेशनल अप्रोच उन्हें बाकी एक्ट्रेसेज़ से अलग बनाता था।
राजेश खन्ना के साथ उड़ी थी अफेयर की खबरें
राजेश खन्ना और मुमताज की जोड़ी 70 के दशक की सबसे कामयाब जोड़ियों में से एक मानी जाती है। ‘दो रास्ते’ के बाद ‘आप की कसम’, ‘रोटी’, ‘सच्चा झूठा’, जैसी फिल्मों ने दोनों को सुपरहिट जोड़ी बना दिया। यहां तक कहा गया कि मुमताज की शादी के बाद राजेश खन्ना काफी परेशान हो गए थे। हालांकि मुमताज ने इन अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि वे सिर्फ अच्छे दोस्त हैं। वहीं, शत्रुघ्न सिन्हा के करियर में मुमताज का अहम योगदान रहा। उनकी जोड़ी जब भी पर्दे पर आई, दर्शकों ने हाथों-हाथ लिया। ‘खिलौना’ जैसी फिल्में सिन्हा के करियर को नई दिशा देने में मददगार साबित हुईं। खुद शत्रुघ्न सिन्हा ने कई बार कहा है कि मुमताज उनके लिए ‘लकी चार्म’ रही हैं।