अक्षय कुमार की पहली फिल्म कौनसी थी? क्यों हुई थी बुरी तरह फ्लॉप? फिर इस तरह बदला समय..

अक्षय कुमार की डेब्यू फिल्म सौगंध 1991 में आई थी जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और खिलाड़ी से लेकर हेरा फेरी तक की सुपरहिट फिल्मों से इंडस्ट्री में खुद को साबित किया। जानिए कैसे अक्षय ने असफलता से सीखा और बॉलीवुड में सफलता की मिसाल बने।

अक्षय कुमार आज बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं, लेकिन उनके करियर की शुरुआत आसान नहीं थी। उनकी डेब्यू फिल्म सौगंध 1991 में रिलीज हुई थी, जिसमें उन्होंने पहली बार लीड रोल निभाया।

इस एक्शन ड्रामा में शांतिप्रिया और राखी उनके साथ थीं, और फिल्म का निर्देशन राज एन. सिप्पी ने किया था। 1.5 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 2 करोड़ कमा पाई और बुरी तरह फ्लॉप हो गई। लेकिन अक्षय ने हार नहीं मानी, और बाद में उन्होंने हिट फिल्मों से बॉलीवुड में अपनी मजबूत जगह बनाई। आइए, उनकी पहली फिल्म और उनके करियर की इस यात्रा को विस्तार से जानते हैं।

अक्षय की पहली फिल्म सौगंध की कहानी

अक्षय कुमार की डेब्यू फिल्म सौगंध 1991 में रिलीज हुई थी, जो एक एक्शन ड्रामा थी। इस फिल्म में अक्षय ने शिवा का किरदार निभाया, जो एक साधारण ग्रामीण परिवार से आता है। शिवा का परिवार खेती करता है, और उसकी भाभी गंगा (राखी) उसकी जिंदगी में बहुत अहम है। कहानी में एक खलनायक सरंग सिंह (कादर खान) है, जो एक घमंडी जमींदार है और किसी को अपने सामने सिर झुकाने की इजाजत नहीं देता। सरंग की बहन चांद (शांतिप्रिया) शिवा से प्यार करने लगती है, लेकिन सरंग को यह रिश्ता मंजूर नहीं होता। गुस्से में वह शिवा, चांद, और शिवा के पूरे परिवार की हत्या कर देता है। हालांकि, गंगा बच जाती है और वह एक सौगंध लेती है कि वह सरंग को सजा देगी। यह कहानी प्यार, बदले, और पारिवारिक रिश्तों की गहराई को दिखाती है।

क्यों बुरी तरह फ्लॉप हुई यह फिल्म

सौगंध को बनाने में 1.5 करोड़ रुपये का खर्च आया था, लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ 2 करोड़ रुपये कमा पाई। उस समय के हिसाब से यह अपनी लागत भी नहीं निकाल पाई और बुरी तरह फ्लॉप हो गई। इसके कई कारण थे। पहला, 90 के दशक में दर्शक नई और अलग कहानियां चाहते थे, लेकिन सौगंध की कहानी उस समय की टिपिकल बदले वाली थी, जो पहले कई फिल्मों में दिखाई जा चुकी थी। दूसरा, अक्षय कुमार एक नए चेहरे थे, और उनके पास अभी वो स्टार पावर नहीं थी जो दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाए। तीसरा, फिल्म का प्रमोशन भी ज्यादा प्रभावी नहीं था, जिसके चलते इसे ज्यादा दर्शक नहीं मिले। हालांकि, अक्षय के एक्शन सीन्स और इमोशनल एक्टिंग को कुछ लोगों ने पसंद किया, लेकिन यह फिल्म को बचाने के लिए काफी नहीं था।

कैसे बदला अक्षय ने अपना समय

सौगंध के फ्लॉप होने के बावजूद अक्षय कुमार ने हिम्मत नहीं हारी। इस फिल्म ने भले ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल न दिखाया, लेकिन अक्षय को इंडस्ट्री में पहचान मिली। उनके एक्शन सीन्स और मेहनत ने कुछ प्रोड्यूसर्स का ध्यान खींचा। इसके बाद 1992 में उन्हें फिल्म खिलाड़ी मिली, जिसने उन्हें बॉलीवुड का “खिलाड़ी” बना दिया। इस फिल्म की सफलता ने अक्षय के करियर को नई दिशा दी। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, जैसे मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, मोहरा, और यह दिल्लगी। 1990 के दशक के अंत तक अक्षय ने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन 1999 में जानवर और 2000 में हेरा फेरी जैसी फिल्मों ने उन्हें फिर से स्टार बना दिया। आज अक्षय बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं, जिन्होंने एक्शन, कॉमेडी, और ड्रामा हर जॉनर में अपनी पहचान बनाई है।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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