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Mon, Dec 8, 2025

गौरव खन्ना की जीत कैसे पक्की हुई? जानिए वो 5 वजहें जिनसे मिली चमचमाती ट्रॉफी

Written by:Bhawna Choubey
बिग बॉस 19 का खिताब जीतकर गौरव खन्ना ने इतिहास रच दिया। शांत खेल, मजबूत रणनीति और विनम्र स्वभाव ने उन्हें दर्शकों का चहेता बनाया। आखिर किन वजहों ने उन्हें ट्रॉफी दिलाई? यहां पढ़ें जीत की पूरी कहानी।
गौरव खन्ना की जीत कैसे पक्की हुई? जानिए वो 5 वजहें जिनसे मिली चमचमाती ट्रॉफी

बिग बॉस 19 के फिनाले की रात जैसे ही शो के विनर का नाम घोषित हुआ, पूरा मंच तालियों से गूंज उठा। गौरव खन्ना (Gaurav Khanna) ने न सिर्फ ट्रॉफी जीती बल्कि लाखों दर्शकों का दिल भी। शो के एक टास्क में गौरव ने रनरअप फरहाना भट्ट से कहा था, “तू देखेंगी और फिनाले में खड़ी होकर मेरे लिए तालियां बजाएगी” और बिल्कुल ऐसा ही हुआ। जो एक लाइन उस समय सिर्फ कॉन्फिडेंस लग रही थी, वो बाद में सच्चाई बनकर सामने आई।

गौरव खन्ना की बिग बॉस जर्नी आसान नहीं थी। सेलिब्रिटी मास्टरशेफ जीतने के बाद उन्होंने इस शो में कदम रखा, जहां एंट्री के पहले ही दिन सलमान खान ने उनका मज़ाक उड़ाया। लेकिन गौरव ने न तो खुद को बदला, न अपना खेल। धीरे-धीरे घरवालों और दर्शकों के बीच उनकी पहचान एक शांत, समझदार और स्ट्रॉन्ग खिलाड़ी के रूप में बनने लगी। यही पहचान अंत में बड़ी जीत में बदल गई।

1. पॉजिटिव ग्रुप का हिस्सा बने

शो की शुरुआत में ही गौरव खन्ना ने घर का माहौल समझ लिया और खुद को पॉजिटिव ग्रुप के साथ जोड़ लिया। धीरे-धीरे वे इस ग्रुप के लीडर की तरह दिखने लगे। उनके साथ प्रणित मोरे, अभिषेक बाजाज, अशनूर कौर, आवेज दरबार, नगमा और मृदुल तिवारी जैसे कंटेस्टेंट थे। गौरव की सबसे अच्छी बात यह थी कि वे हर टास्क में अपनी टीम को आगे बढ़ाने की कोशिश करते थे। कैप्टेंसी वाले टास्क में भी वे खुद आगे आने के बजाय चाहते थे कि उनकी टीम का कोई सदस्य कैप्टन बने। इस वजह से लोग उन्हें भरोसेमंद और सपोर्टिव मानने लगे।

2. जहाँ बाकी भटके, वहाँ गौरव टिके रहे

शुरुआत में मास्टरमाइंड का टैग जीशान कादरी को दिया गया था, लेकिन समय बीतने के साथ गेम पूरी तरह गौरव के हाथ में आता गया। जीशान जहां सिर्फ नीलम बचाओ अभियान में उलझे रहे, वहीं गौरव ने समझा कि बिग बॉस में संख्या यानी लोगों की गिनती सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने हर कंटेस्टेंट के साथ अपने संबंध संतुलित रखे न बहुत नजदीकी, न बहुत दूरी। उनकी यही रणनीति उन्हें बड़े टास्क जीतने और फिनाले तक चुपचाप पहुंचाने में कामयाब रही। बिना शोर मचाए गेम खेलना आज के बिग बॉस में भी एक दुर्लभ कला है, और गौरव ने इसे साबित किया।

3. पॉजिटिव रोल मॉडल बने

बिग बॉस में अक्सर वही लोग चर्चा में रहते हैं जो हर वक्त झगड़ा करें, चिल्लाएं और ड्रामा करें। लेकिन गौरव खन्ना ने इस फॉर्मूले को पूरी तरह बदल दिया। उन्होंने न तो बेवजह की बहसों में कूदना पसंद किया और न ही दूसरों की उकसावे वाली बातों पर अपना आपा खोया। जब बाकी घरवाले छोटे-छोटे मुद्दों पर आवाज़ उठाते थे, गौरव वहीं खड़े होकर शांत दिमाग से हालात को संभालते थे। उनका हर रिएक्शन सोच-समझकर होता था, इसी वजह से घर में भी लोग उन्हें सबसे मैच्योर मानते थे। इस सधे हुए और संतुलित व्यवहार ने उन्हें दर्शकों के सामने एक ऐसे इंसान के रूप में पेश किया, जो बिना शोर मचाए भी बड़ा गेम खेल सकता है। लोगों के मन में उनके लिए सम्मान भी बढ़ा और वे एक पॉजिटिव, समझदार कंटेस्टेंट के तौर पर पहचाने जाने लगे।

4. रिस्पेक्टफुल गेमप्ले

बिग बॉस 19 दो ग्रुप में बंटा हुआ था। ऐसे माहौल में किसी कंटेस्टेंट का सभी से अच्छा संबंध बनाना आसान नहीं। लेकिन गौरव खन्ना इस मामले में भी गेम से आगे निकल गए। उन्होंने कभी ऐसी लड़ाई नहीं की जिसमें नफरत पैदा हो जाए। न वो किसी को अपमानित करते दिखे और न ही उन्होंने किसी की पीठ पीछे बुरा कहा। उनका व्यवहार हर टास्क में दिखता था, वे प्रतिस्पर्धा करते थे, लेकिन गरिमा के साथ। इसी वजह से घर के 16 कंटेस्टेंट्स में से एक भी ऐसा नहीं था जिसने कहा हो कि गौरव ने उसके साथ गलत किया। दर्शकों को रियलिटी शो के ड्रामे के बीच एक ऐसा चेहरा देखने में राहत मिली जो शांत, पॉजिटिव और समझदार था।

5.वीकेंड का वार पर चमके

शो के शुरुआती हफ्तों में सलमान खान ने गौरव का खूब मजाक उड़ाया था। लेकिन धीरे-धीरे सलमान भी गौरव की ईमानदारी और स्थिरता के फैन बनते गए।
फिनाले से कुछ हफ्ते पहले सलमान ने कहा, गौरव का गेम शुरू से एक जैसा रहा है। अगर ये उनकी पर्सनैलिटी है, तो कमाल है। और अगर ये गेम है, तो हैट्स ऑफ ब्रो। सलमान की इस लाइन ने दर्शकों को संकेत दे दिया था कि गौरव टॉप फाइनलिस्ट में जरूर होंगे। और वही हुआ वे फिनाले में पहुंचे और फिर शो जीत भी गए।