किस्मत कहां से कहां ले जा सकती है, यह हम नहीं जानते। लेकिन हमने कई बड़े लोगों से सुना है कि उनके जीवन में किस्मत का बहुत बड़ा रोल रहा है। कई दिग्गज मानते हैं कि किस्मत के बिना मेहनत अधूरी रहती है। इसे समझा जा सकता है कि किस्मत को लेकर कुछ भी कहा नहीं जा सकता। आज हम बॉलीवुड की एक ऐसी ही लीजेंडरी एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, जिनकी जिंदगी भी किस्मत ने पलट दी। उनकी जिंदगी की शुरुआत कहीं और से हुई थी, लेकिन उनका सफर उन्हें कहां लेकर आ गया!
आज हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, उनकी जिंदगी की शुरुआत तिब्बत से हुई थी, लेकिन वह माया नगरी मुंबई में अपना नाम कमाने आ गईं। उन्होंने पढ़ाई दार्जिलिंग से की, लेकिन मुंबई का बुलावा आने के बाद उनकी किस्मत पूरी तरह से बदल गई। उन्होंने एक्टिंग के दम पर एक अलग पहचान बनाई। आज हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, उनका नाम लतिका है, जो बॉलीवुड के बड़े-बड़े डायरेक्टर और एक्टर्स के साथ काम कर चुकी हैं।

इस कारण मुंबई आई थी
एक्ट्रेस लतिका के पिता ऑस्ट्रेलियाई मूल के थे, लेकिन वे तिब्बती मूल की थीं। उनका असली नाम हुंगू लामू था। बचपन में ही उनके पिता का देहांत हो गया, तो मां ने दूसरी शादी कर ली। इसके बाद लतिका को अनाथ आश्रम जाना पड़ा। यह अनाथ आश्रम स्कॉटिश मिशनरी द्वारा संचालित किया जाता था। एडमिशन के लिए उन्हें धर्म बदलना पड़ा और ईसाई बनना पड़ा। इसके बाद सौतेले पिता का ट्रांसफर मुंबई हो गया, तो वह मुंबई आ गईं। जब उन्होंने मुंबई में कदम रखा, तो उनकी तकदीर पूरी तरह से बदल गई।
कैसे एक्टिंग की दुनिया में रखा कदम?
दरअसल, मुंबई में जहां उनका घर था, वहां पड़ोस में ही एक कथक डांसर रहती थीं। कथक डांसर का डांस देखकर लतिका को भी फिल्म इंडस्ट्री में काम करने की इच्छा जागी। इसी कारण वे कथक डांसर के साथ मिनर्वा स्टूडियो जा पहुंचीं। इस स्टूडियो में सोहराब मोदी की उन पर नजर पड़ गई। इसके बाद उन्होंने उन्हें लतिका नाम दिया। साल 1944 में रिलीज हुई फिल्म परख में लतिका को काम करने का मौका मिला। उन्होंने गोपीनाथ नाम की फिल्म में राज कपूर के साथ और जुगनू में दिलीप कुमार जैसे दिग्गज स्टार्स के साथ काम किया। 1944 से 1950 तक उन्होंने एक्टिंग में बड़ा नाम कमा लिया। 1950 में उन्होंने मशहूर कॉमेडी एक्टर गोप से लव मैरिज की और एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया।