Krishnakumar Kunnath: गूगल को समय-समय पर अपने डूडल के जरिए अलग-अलग चीजें सेलिब्रेट करते हुए देखा जाता है। कभी डूडल कोई फेस्टिवल सेलिब्रेट करता हुआ दिखाई देता है, तो कभी किसी सितारे का जन्मदिन मनाता है। अब एक बार फिर गूगल को दिवंगत सिंगर कृष्णकुमार कुन्नाथ का डूडल बनाते हुए देखा गया।
कृष्णकुमार कुन्नथ जिन्हें लोग केके नाम से पहचानते थे। उन्होंने आज ही के दिन अपना पहला और सबसे खास गाना डेब्यू किया था। 1996 में प्लेबैक इंडस्ट्री में उन्होंने ‘छोड़ आए हम वो गलियां’ गाकर धमाकेदार डेब्यू किया था। इसके बाद वह जाना पहचाना नाम बन गए।
KK ने अपने गानों से बनाया नाम
केके ने इंडस्ट्री में अपनी मीठी आवाज का खूब जादू चलाया। उन्होंने खुदा जाने, बीते लम्हें जैसे रोमांटिक गाने गए जो हिट साबित हुए। सिर्फ हिंदी ही नहीं उन्होंने मलयालम, तेलुगू, तमिल, कन्नड़, मराठी, गुजराती, उड़िया और बंगाली में भी गाने गाए।
कृष्णकुमार कुन्नथ का सफर (Krishnakumar Kunnath )
23 अगस्त 1968 को केके का दिल्ली में जन्म हुआ था। कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने कुछ दिनों मार्केटिंग में काम किया। म्यूजिक शुरू से ही उनका पैशन था इसमें उन्होंने करियर बनाने की सोची और लाखों दिलों पर कब्जा कर लिया। 1994 में उन्होंने कमर्शियल जिंगल्स गाना शुरू किया और इस तरह से बॉलीवुड में एंट्री का रास्ता खोजा। 1996 में डेब्यू करने के बाद 1999 में उन्होंने ‘तड़प तड़प कर’ गया और लोगों के बीच धूम मच गई। इसके बाद उनका सोलो एल्बम रिलीज हुआ इसके बाद उनका गाना ‘यारों’ दोस्ती का एंथम बन गया।
700 से ज्यादा गाने 8 अवॉर्ड
अपने करियर के दौरान केके ने 500 से ज्यादा हिंदी 200 से ज्यादा रीजनल गाने रिकॉर्ड किए। अलग-अलग भाषाओं में उन्होंने 3500 जिंगल्स भी बनाई। अपने पैशन के दम पर उन्होंने देश के जाने-माने गायकों में अपना नाम दर्ज किया। अपने करियर में उन्हें दो स्टार स्क्रीन अवॉर्ड और 6 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले।
लाइव परफॉर्मेंस में हुई मौत
साल 2022 में कोलकाता में एक शो के दौरान केके को हार्ट अटैक आया था। उस समय केके की उम्र सिर्फ 53 साल की थी। अस्पताल ले जाते समय उनका निधन हो गया और एक खूबसूरत जादुई आवाज ने दुनिया को अलविदा कह दिया। केके अब हमारे बीच नहीं है लेकिन अपनी जादुई आवाज के चाहिए वह हमेशा फैंस के दिलों में जिंदा रहेंगे।