पुरानी फिल्मों का क्रेज एक बार फिर लौट रहा है, खासकर जब वो फिल्में हॉरर और कॉमेडी का ज़बरदस्त मिक्स हों। 1991 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘हाउस नंबर 13’ आज फिर यूट्यूब पर छाई हुई है। तमिल मूवी ‘पट्टिमुनम नंबर वीडू’ का यह हिंदी रीमेक एक ऐसी फैमिली की कहानी है, जो एक रहस्यमयी घर में शिफ्ट होती है और फिर शुरू होती है
फिल्म में सुधीर अपनी फैमिली के साथ एक पुराने मकान में शिफ्ट होता है। लेकिन इस नए घर में कदम रखते ही अजीब और डरावनी घटनाएं शुरू हो जाती हैं। बच्चों के खिलौने अपने आप हिलते हैं, पेंटिंग्स में से बाल निकलते हैं और कुछ तो ऐसा भी होता है जिसे देखकर दर्शकों की रूह कांप जाए। फिल्म का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि भले ही ये कहानी सीधी-सादी लगती हो, लेकिन इसमें हर कुछ मिनट पर एक नया ट्विस्ट आता है। घर में छिपे राज, आत्माओं की मौजूदगी और उनके पीछे की कहानी को एक-एक करके दर्शक जान पाते हैं। बेबी विजया ने आत्मा के किरदार में ऐसा डर पैदा किया है, जो आज भी वायरल वीडियो की तरह लोगों को खींच रहा है।
क्यों वायरल हो रही है 1991 की यह फिल्म
दरअसल यूट्यूब पर House Number 13 को लोग आज के एंगल से देखकर काफी एंटरटेनिंग मान रहे हैं। जहां एक ओर फिल्म का डर वाला हिस्सा रोंगटे खड़े करता है, वहीं इसमें कुछ ऐसे फनी मोमेंट्स और डायलॉग्स हैं जो इसे हॉरर-कॉमेडी का परफेक्ट उदाहरण बनाते हैं। सलीम फतेह, रीता भादुड़ी, अनिल धवन और शरत सक्सेना जैसे एक्टर्स ने इस फिल्म में अपनी परफॉर्मेंस से जान डाल दी है। साथ ही डायरेक्शन, साउंड इफेक्ट्स और बैकग्राउंड स्कोर भी उस दौर के हिसाब से काफी दमदार हैं। सोशल मीडिया पर इस फिल्म के क्लिप्स तेजी से वायरल हो रहे हैं, और लोगों के रिएक्शन्स भी दिलचस्प हैं कोई इसे अपने बचपन की डरावनी याद बता रहा है तो कोई इसे ‘आज की फिल्मों से बेहतर’ बता रहा है।
हिंदी में कहां देखें ये फिल्म
बता दें कि अगर आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं, तो ‘हाउस नंबर 13’ यूट्यूब पर हिंदी में बिल्कुल फ्री उपलब्ध है। इसे A.G. बेबी ने डायरेक्ट किया था और प्रोड्यूसर थे जी. आदिशेषगिरी राव। उस दौर में यह फिल्म साउथ इंडियन टच और आउटडोर लोकेशनों के लिए फेमस हुई थी। आज जब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हॉरर-कॉमेडी की तलाश हो रही है, तो यह फिल्म एक रिफ्रेशिंग चॉइस बन सकती है। इसमें वो पुराना डर भी है, जो असली लगता है और वो मासूमियत भी, जो आज की ओवर-प्रोड्यूस फिल्मों में नहीं मिलती।





