ये हॉरर थ्रिलर फिल्म देख उड़ जाएंगे आपके भी होश! क्लाइमैक्स के आगे ‘दृश्यम’ भी लगने लगेगी हल्की, जानिए नाम

अगर आप नेटफ्लिक्स या अमेज़न प्राइम पर ऐसी हॉरर-थ्रिलर फिल्म ढूंढ रहे हैं जिसमें मर्डर मिस्ट्री, डर और सस्पेंस सब कुछ हो, तो ‘कोलायुथिर कालम’ आपकी लिस्ट में जरूर होनी चाहिए। 1 घंटे 40 मिनट की ये तमिल फिल्म नयनतारा की दमदार एक्टिंग और खौफनाक कहानी के साथ आपको अपनी सीट से हिलने नहीं देगी।

अगर आपको साउथ की थ्रिलर फिल्में पसंद हैं और आपने अब तक ‘कोलायुथिर कालम’ नहीं देखी, तो आपने बहुत कुछ मिस कर दिया है। ये फिल्म 2019 में रिलीज़ हुई थी और इसकी कहानी एक ऐसी लड़की के इर्द-गिर्द घूमती है जो न बोल सकती है और न सुन सकती। फिल्म में सस्पेंस, हॉरर और मर्डर मिस्ट्री का ऐसा तालमेल है कि अंत तक आते-आते आपका दिमाग हिल जाएगा। खास बात ये है कि फिल्म आपको किसी भी मोड़ पर बोर नहीं करती।

अगर आप इसे देखना चाहते हैं तो ‘कोलायुथिर कालम’ नेटफ्लिक्स पर तमिल में उपलब्ध है। हिंदी डब्ड वर्जन अमेज़न प्राइम और यूट्यूब पर भी मौजूद है। जिन दर्शकों को मर्डर मिस्ट्री और तेज़ रफ्तार कहानियां पसंद हैं, उनके लिए ये फिल्म एक बेहतरीन पिक हो सकती है।

नेटफ्लिक्स पर देखिए ये दमदार हॉरर थ्रिलर फिल्म

‘कोलायुथिर कालम’ को तमिल इंडस्ट्री की सुपरस्टार नयनतारा ने अपने दम पर संभाला है। उन्होंने श्रुति का रोल निभाया है, जो एक मूक-बधिर लड़की है और अनाथालय में पली-बढ़ी है। उसे एक करोड़पति गोद लेता है और कानूनी रूप से अपनी संपत्ति का वारिस बनाता है। यहीं से कहानी में सस्पेंस की एंट्री होती है। एक रात उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक कमजोर मानी जाने वाली लड़की अपने हौसले से खतरनाक सिचुएशंस से लड़ती है। निर्देशक चकरी टोलेटी ने कहानी को इतना टाइट रखा है कि हर सीन में रोमांच बना रहता है। फिल्म की लोकेशन, बैकग्राउंड म्यूजिक और कैमरा वर्क आपको पूरी तरह से डराने में कामयाब होता है। 1 घंटे 40 मिनट की ये फिल्म उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो हॉरर और थ्रिलर का असली मजा लेना चाहते हैं।

‘हश’ का रीमेक है लेकिन दिल दहला देने वाला अंदाज़

आपको बता दें कि ‘कोलायुथिर कालम’ असल में साल 2016 में आई हॉलीवुड फिल्म ‘Hush’ का ऑफिशियल रीमेक है। हालांकि इसका ट्रीटमेंट पूरी तरह से इंडियन ऑडियंस को ध्यान में रखकर किया गया है। नयनतारा की परफॉर्मेंस और फिल्म का निर्देशन इसे रीमेक होने के बावजूद ऑरिजिनल की तरह दमदार बनाते हैं। फिल्म का क्लाइमैक्स सबसे बड़ा हाईलाइट है। जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, दर्शक की धड़कनें तेज होती जाती हैं। आखिरी के 20 मिनट में तो स्क्रीन से नजरें हटाना मुश्किल हो जाता है। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी कई यूज़र्स इस फिल्म को ‘दृश्यम’ से ज्यादा ट्विस्टेड और शॉकिंग बता चुके हैं।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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