कंगना ने रणबीर की ‘एनिमल’ पर उठाए तीखे सवाल, कहा- ‘ड्रग्स और हिंसा से भरी है फिल्म’, ऐसी फिल्मों को प्रमोट करना ही गलत

Kangana slams Ranbir's Animal: बॉलीवुड की क्वीन कंगना रनौत इन दिनों अपनी आगामी फिल्म "इमरजेंसी" के प्रमोशन में व्यस्त हैं, और हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया है। इस बीच कंगना ने रणबीर कपूर, अनिल कपूर और रश्मिका मंदाना की फिल्म एनिमल पर भी टिप्पणी की है।

Bhawna Choubey
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Kangana slams Ranbir’s Animal: साल 2023 में रणबीर कपूर की फिल्म “एनिमल” ने बड़े पर्दे पर धमाकेदार एंट्री की थी और बॉक्स ऑफिस पर भी इस फिल्म ने तहलका मचा दिया था। डॉमेस्टिक ओर इंटरनेशनल बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने शानदार कमाई की जिससे यह एक बड़ी हिट बनी। इस फिल्म को 2023 की बेस्ट फिल्म भी माना गया।

फिल्म “एनिमल” को बेस्ट फिल्म का अवार्ड भी मिला है। इस फिल्म की कई बॉलीवुड सेलेब्स ने सराहना की है, तो वहीं कुछ ने इसे लेकर आलोचना की। अब इस लिस्ट में कंगना रनौत का नाम भी शामिल है। कंगना रनौत ने हाल ही में रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। कंगना ने फिल्म की और इसके कलाकारों की जमकर आलोचना की है।

कंगना की ‘एनिमल’ पर कड़ी टिप्पणी (Kangana Ranaut’s on Animal)

हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत के दौरान कंगना रनौत ने रणबीर कपूर की फिल्म “एनिमल” पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने फिल्म के कंटेंट पर सवाल उठाए और कहा कि “भले ही एनिमल ने बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कमाई की हो लेकिन फिल्म ने ऐसे भी कई चीजों को बढ़ावा दिया जो एक विवाद का मुद्दा बन सकता है। कंगना ने फिल्म में दिखाए गए हिंसा और कुल्हाड़ी चलाने के दृश्यों की आलोचना की है, इस फिल्म में कई बार मशीन गन को दिखाया गया है जिसका इस्तेमाल फिल्म में कई पुरुषों ने किया है। कंगना ने कहा की फिल्मों में इस तरह के सीन्स दिखाना सही नहीं है, फिल्म में कानून और व्यवस्था का कोई ध्यान नहीं रखा गया है जो उसके संदेश को और भी विवादास्पद बनाता है।”

फिल्म की मस्ती और ड्रग्स पर सवाल

उन्होंने “एनिमल” फिल्म के बारे में आगे बोलते हुए कहा कि “इस फिल्म में स्कूल का बच्चा गन लेकर स्कूल जाता है, लाशों के ढेर लगे रहते हैं। पूरी फिल्म में मस्ती छाई रहती है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म सिर्फ मस्ती और ड्रग्स के इर्द-गिर्द घूमती है जो कि समाज के लिए ना तो कोई लाभकारी संदेश प्रदान करती है ना ही किसी प्रकार की सकारात्मक दिशा प्रदान करती है। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की फिल्म को प्रमोट करना ही नहीं चाहिए, जो लोग इस तरह की फिल्मों की कहानी लिखते हैं, ऐसी फिल्में बनाते हैं उनकी आलोचना करनी चाहिए।”

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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