अमिताभ बच्चन को अपने कॉलेज के दिनों से अभिनय में रुझान आने लगा था। यह देखकर उनके छोटे भाई अजिताभ ने फिल्मफेयर माधुरी टैलेंट कॉन्टेस्ट में उनकी एक तस्वीर भेज दी। इस प्रतियोगिता में जीतने वाले को 2500 रुपए के साथ हिंदी फिल्मों में काम करने का मौका दिया जाने वाला था। लेकिन उस वक्त शायद अमिताभ के अच्छे दिन नहीं आए थे और वह इस कॉन्टेस्ट के लिए नहीं चुने गए। उस साल फिरोज खान के भाई समीर ने यह प्रतियोगिता जीती। आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि अमिताभ बच्चन जिनकी आवाज का हर कोई दीवाना है वह आकाशवाणी की स्वर परीक्षा में भी फेल हो गए थे।
प्रोड्यूसर्स ने किया इग्नोर
अमिताभ फिल्मों में काम करना चाहते थे और सुनील दत्त की सिफारिश के बाद बीआर चोपड़ा उनका स्क्रीन टेस्ट लेने के लिए राजी हुए। अमिताभ पहुंचे जहां उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट की लाइन दी गई लेकिन बी आर चोपड़ा ने उन्हें फिल्म के लिए नहीं चुना। हालांकि इसके बाद फिल्म के लिए उन्होंने अमिताभ को साइन किया। उस समय अमिताभ फेमस फिल्म निर्माता ताराचंद बड़जात्या से मिलने के लिए पहुंचे। बड़जात्या ने उन्हें कहा कि तुम तो बहुत ज्यादा लंबे हो और तुम्हें अपने पिता का पेशा अपनाना चाहिए एक्टिंग छोड़ो और जाकर कवि बन जाओ। हालांकि, कुछ सालों बाद उन्होंने अपनी फिल्म सौदागर में अमिताभ बच्चन को हीरो के तौर पर साइन किया।
शराब से की तौबा
अमिताभ बच्चन ने जब अपनी फिल्म सात हिंदुस्तानी की तो उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। यह फिल्म अब्बास साहब की थी और जब भी वह खुश हुआ करते थे तो अपने साथ काम करने वालों को 50 रुपए देकर जश्न मनाने को कहते थे। इस बार यह पैसे अमिताभ को मिले थे और उन्होंने अपने दोस्तों के साथ जाम छलकाने का फैसला किया। उनके दोस्त अनवर अली ने उन्हें कहा कि जब तक तुम्हारा इंडस्ट्री में बेहतरीन नाम नहीं हो जाता शराब को हाथ मत लगाना। दोस्त की सलाह को अमिताभ बच्चन ने जिंदगी भर सहेज कर रखा और कभी शराब को हाथ नहीं लगाया।
अमिताभ बच्चन को आनंद से मिला नाम
सात हिंदुस्तानी में काम करने के बाद अमिताभ ने लगभग 10 फिल्में फ्लॉप दी। इसके बाद राजेश खन्ना के साथ उन्होंने फिल्म आनंद में काम किया और वह डायरेक्टर्स की नजर में आ गए। शुरुआती 4 सालों में तो वह कुछ खास नहीं कर सके लेकिन इसके बाद उन्हें मौके मिल सके और वह अपने बेहतरीन अभिनय से खुद को साबित करते गए।
मुमताज ने गिफ्ट की लग्जरी कार
अमिताभ बच्चन साल 1972 में अपने जमाने की मशहूर और दिलकश अदाकारा मुमताज के साथ फिल्म बंधे हाथ की शूटिंग कर रहे थे। मुमताज का उस समय बहुत स्टारडम था और वह दारा सिंह के साथ मिलकर लगभग 10 हिट फिल्में बना चुकी थी। राजेश खन्ना के साथ भी उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया था और बिग बी का करियर संघर्ष के दौर में था। समय ममताज सेट पर अपनी मर्सिडीज़ कार से आया करती थीं और अमिताभ के पास एक साधारण सी कार थी। वह अक्सर ही सेट पर अपने साथियों के साथ मुमताज की कार की तारीफ किया करते थे।
एक दिन यह बात मुमताज तक पहुंची और वह अपनी मर्सिडीज को शूटिंग लोकेशन पर छोड़कर अमिताभ की कार अपने साथ ले गई। अमिताभ ने जब अपनी कार ढूंढी तो उन्हें पता लगा कि मुमताज ने उनके लिए मर्सिडीज वहीं छोड़ दी है। यह देख कर महानायक की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस बात का पता लोगों को 40 साल बाद लगा जब अमिताभ ने साल 2012 में यह बताया कि मुमताज की मर्सिडीज आज भी उनके पास है और वह उसे बहुत पसंद करते हैं।