OTT प्लेटफॉर्म्स पर ‘पंचायत’ और ‘गुल्लक’ जैसी सीरीज ने दर्शकों का दिल जीता है, लेकिन एक 39 साल पुराना सीरियल आज भी इनसे आगे है। दूरदर्शन का यह प्रोग्राम अपनी सादगी और गहरी कहानियों के लिए मशहूर है।
हर कोई OTT पर ‘पंचायत’ और ‘गुल्लक’ की तारीफ करता है, लेकिन 39 साल पुराना एक शो इन दोनों को पछाड़ रहा है। हम बात कर रहे हैं ‘मालगुडी डेज’ की, जिसकी IMDb रेटिंग 9.4 है, जो ‘पंचायत’ (8.6) और ‘गुल्लक’ (8.7) से कहीं ज्यादा है। 1986 में दूरदर्शन पर शुरू हुआ यह सीरियल आर.के. नारायण की कहानियों पर आधारित था, जिसे शंकर नाग ने डायरेक्ट किया। इसकी कहानियां, किरदार और सादगी आज भी दर्शकों को बांधे रखती हैं। आइए, इस शो की खासियत और इसकी टॉप रेटिंग की वजह जानते हैं।
क्या है ‘मालगुडी डेज’ की कहानी?
1986 में दूरदर्शन पर शुरू हुआ यह सीरियल मशहूर लेखक आर.के. नारायण की कहानियों पर आधारित है। यह काल्पनिक शहर मालगुडी में रहने वाले लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को दिखाता है। हर एपिसोड एक नई कहानी लेकर आता था, जो सादगी, मानवीय भावनाओं और सामाजिक मुद्दों को छूती थी। पहले तीन सीजन शंकर नाग ने डायरेक्ट किए, और चौथा सीजन 2006 में कविता लंकेश ने बनाया। 54 एपिसोड्स के साथ इस प्रोग्राम ने बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को अपना दीवाना बनाया।
IMDb पर क्यों है टॉप रेटिंग?
‘मालगुडी डेज’ की IMDb रेटिंग 9.4 है, जो ‘पंचायत’ (8.6), ‘गुल्लक’ (8.7), ‘मिर्जापुर’ (8.5) और ‘फैमिली मैन’ (8.7) से ज्यादा है। इसकी वजह इसकी सच्ची और गहरी कहानियां हैं, जो भारतीय समाज को बारीकी से दर्शाती हैं। मास्टर मंजूनाथ का स्वामी किरदार आज भी लोगों के दिलों में बस्ता है। शो की शूटिंग कर्नाटक के अगुम्बे और शिमोगा में हुई, और इसका म्यूजिक व सिनेमैटोग्राफी 80 के दशक में भी कमाल का था।





