Netflix ने इंडियन वेब सीरीज़ को नए लेवल पर पहुँचाया है, और छोटी सीरीज़ उन लोगों के लिए परफेक्ट हैं, जो कम समय में पूरी कहानी देखना चाहते हैं। ये 7 सीरीज़, दिल्ली क्राइम, जम्तारा, लिटिल थिंग्स, घूल, सेलेक्शन डे, टाइपराइटर, और ताज महल 1989—3 से 12 एपिसोड्स की हैं, जिनकी लंबाई 20-50 मिनट है।
हर सीरीज़ का जॉनर अलग है, क्राइम और हॉरर से लेकर रोमांस और स्पोर्ट्स तक। IMDb रेटिंग्स 6.5 से 8.5 के बीच हैं, जो इनकी पॉपुलैरिटी दिखाती हैं। ये सीरीज़ एक दिन में खत्म करने के लिए बेस्ट हैं। भारत में Netflix की ऑडियंस सेक्रेड गेम्स और मिरज़ापुर जैसी लंबी सीरीज़ के साथ-साथ छोटी सीरीज़ भी पसंद कर रही है। 2025 में मिसमैच्ड सीजन 3 और हीरामंडी सीजन 2 जैसी रिलीज़ेज़ ने प्लैटफॉर्म को और पॉपुलर किया है। छोटी सीरीज़ का क्रेज़ इसलिए भी है, क्योंकि ये टाइट स्टोरीलाइन और स्ट्रॉन्ग परफॉर्मेंस देती हैं। अगर आप इन सीरीज़ के प्लॉट, कास्ट, और खासियतें जानना चाहते हैं, तो ये डिटेल्स आपके लिए हैं।
दिल्ली क्राइम
दिल्ली क्राइम सीजन 1 2012 के निर्भया गैंगरेप केस पर बेस्ड क्राइम ड्रामा है। 7 एपिसोड्स, हर एक 45-50 मिनट का, दिल्ली पुलिस की जाँच दिखाते हैं, जिसमें DCP वर्तिका चतुर्वेदी (शेफाली शाह) लीड करती हैं। रसिका दुगल और राजेश तैलंग की परफॉर्मेंस इसे रियलिस्टिक बनाती हैं। IMDb रेटिंग 8.5 और इंटरनेशनल एमी अवार्ड इसकी क्वालिटी दिखाते हैं। रियल इवेंट्स और इमोशनल डेप्थ इसे बिंज-वॉचिंग के लिए मज़ेदार बनाते हैं।
जम्तारा: सबका नंबर आएगा
जम्तारा सीजन 1 झारखंड के फिशिंग स्कैम्स पर बेस्ड क्राइम थ्रिलर है। 10 एपिसोड्स, 30-40 मिनट के, युवाओं के स्कैम नेटवर्क और पुलिस की जाँच की कहानी दिखाते हैं। अमित सियाल, दिब्यendu भट्टाचार्य, और स्पर्श श्रीवास्तव की कास्ट इसे जीवंत बनाती है। IMDb रेटिंग 7.3 है। रियल-लाइफ स्कैम्स से इंस्पायर्ड ये सीरीज़ सस्पेंस और ड्रामा का अच्छा मिक्स है, जो एक दिन में देखने के लिए बेस्ट है।
लिटिल थिंग्स
लिटिल थिंग्स सीजन 1 एक लाइट-हार्टेड रोम-कॉम है, जो ध्रुव और काव्या (मिथिला पालकर, ध्रुव सहगल) की रिलेशनशिप की छोटी-छोटी बातें दिखाती है। 5 एपिसोड्स, 20-30 मिनट के, इसे जल्दी खत्म किया जा सकता है। IMDb रेटिंग 8.2 इसकी पॉपुलैरिटी दिखाती है। YouTube से Netflix तक का इसका सफर और सिम्पल स्टोरीटेलिंग इसे कपल्स और लाइट मूड वालों के लिए परफेक्ट बनाती है।
घूल
घूल Netflix की पहली इंडियन हॉरर मिनी-सीरीज़ है, जो डिस्टोपियन इंडिया में सेट है। 3 एपिसोड्स, 40-45 मिनट के, निदा (राधिका आप्टे) की कहानी दिखाते हैं, जो एक सुपरनैचुरल कैदी से जूझती है। मानव कौल की परफॉर्मेंस इसे डार्क टच देती है। IMDb रेटिंग 7.0 है। अरबी फोल्कलोर से इंस्पायर्ड ये सीरीज़ हॉरर फैंस के लिए सस्पेंस और डर का तड़का लाती है।
सेलेक्शन डे
सेलेक्शन डे एक स्पोर्ट्स ड्रामा है, जो क्रिकेट-प्रेमी पिता और उसके बेटों की मुंबई अंडर-19 टीम में जगह बनाने की जर्नी दिखाता है। 12 एपिसोड्स, 25-30 मिनट के, अराविंद अडिगा के नॉवेल पर बेस्ड हैं। रजेश तैलंग, यश धूल्य, और मोहम्मद समद की कास्ट इसे रियल बनाती है। IMDb रेटिंग 7.3 है। क्रिकेट फैंस और ड्रामा लवर्स के लिए ये सीरीज़ बिंज-वॉचिंग का अच्छा ऑप्शन है।
टाइपराइटर
टाइपराइटर गोवा में सेट एक हॉरर-मिस्ट्री सीरीज़ है, जिसमें बच्चे एक हॉन्टेड हवेली के सुपरनैचुरल राज़ खोलते हैं। 5 एपिसोड्स, 40-50 मिनट के, मिखाइल गांधी, सारा जेन डायस, और पलोमी घोष की कास्ट के साथ हैं। IMDb रेटिंग 6.5 है। फैमिली-फ्रेंडली हॉरर और सस्पेंस का मिक्स इस सीरीज़ को वीकेंड के लिए हल्का और मज़ेदार बनाता है।
ताज महल 1989
ताज महल 1989 लखनऊ में 1989 की बैकड्रॉप पर तीन जेनरेशन्स की लव स्टोरीज़ दिखाता है। 7 एपिसोड्स, 30-35 मिनट के, नीरज काबी, गीतांजलि कुलकर्णी, और दानिश हुसैन की कास्ट के साथ हैं। IMDb रेटिंग 7.4 है। नॉस्टैल्जिक वाइब और इमोशनल डेप्थ इस सीरीज़ को रोमांस और ड्रामा लवर्स के लिए एक दिन में बिंज-वॉच करने लायक बनाती है।





