Dharmendra : बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाना किसी सपने से कम नहीं है। मुंबई को ‘सपनों की नगरी’ कहा जाता है, जहां हर साल कई लड़के और लड़कियां अपने सपनों को साकार करने आते हैं। यहां सफलता हासिल करना जितना कठिन है, उतना ही मुश्किल सफर होता है। हालांकि सक्सेसफुल स्टार्स की जिंदगी में उतार-चढ़ाव लगा ही रहता है। कई बार फिल्म, गाना, डांस मूव्स, कहानी या डायलॉग किसी कलाकार की किस्मत बदल देते हैं। आज हम आपको बॉलीवुड के सुपरस्टार धर्मेंद्र के बारे में एक दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे हैं, जो राज कपूर द्वारा ठुकराई गई एक फिल्म की वजह से रातों-रात सुपरस्टार बन गए।
राजकुमार ने ठुकराई ये फिल्म
अपने दमदार अभिनय के लिए मशहूर अभिनेता राजकुमार ने ‘पाकीजा’, ‘सौदागर’, ‘तिरंगा’ और ‘नीलकमल’ जैसी यादगार फिल्मों में काम किया। उनके डायलॉग और बोलने का अंदाज आज भी लोगों के दिलों में ताजा है। जब वे अपने खास अंदाज में गले पर हाथ फेरकर “जानी” कहते थे, तो सिनेमाघरों में तालियां गूंज उठती थीं। हालांकि, अपने करियर के बीच उन्होंने फिल्म ‘आंखें’ को ठुकरा दिया। यह फिल्म रामानंद सागर बना रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब रामानंद सागर ने इस फिल्म की कहानी राजकुमार को सुनाई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई।
कुत्ते से पूछी राय!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्टर राजकुमार ने कहानी सुनने के बाद अपने पालतू कुत्ते को बुलाया और मजाकिया अंदाज में उससे पूछा, “क्या तुम यह फिल्म करोगे?” फिर उन्होंने रामानंद सागर से कहा, “देखो, मेरा कुत्ता भी इस फिल्म में काम नहीं करना चाहता।” इस मजाक से रामानंद सागर को बहुत बुरा लगा और वे नाराज होकर वहां से चले गए। इसके बाद राजकुमार और रामानंद सागर ने कभी साथ काम नहीं किया।
धर्मेंद्र की बदली किस्मत
राजकुमार के इंकार के बाद फिल्म में धर्मेंद्र को कास्ट किया गया। साल 1968 में रिलीज हुई यह फिल्म ‘आंखें’ एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई और धर्मेंद्र के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई। इस फिल्म ने धर्मेंद्र को रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। फिल्म ‘आंखें’ की सफलता के बाद धर्मेंद्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।