शबाना आजमी ने अर्थ मूवी से जुड़ा किस्सा किया शेयर, कहा- इस लीड एक्ट्रेस को मिला था नौकरानी का रोल

शबाना आजमी ने अपनी फिल्म अर्थ का एक किस्सा शेयर किया है, जिसमें वह स्मिता पाटिल के साथ नजर आई थी। फिल्म में उन्होंने एक्ट्रेस स्मिता की सौतन का किरदार निभाया था।

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में किसी-न-किसी को लेकर विवाद आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। हर जमाने में दो लोगों के बीच टक्कर का सिलसिला देखने को मिला है। कई बार यह कंपटीशन इतना ज्यादा तगड़ा होता है कि एक्टर और एक्ट्रेस आपस में एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बन जाते हैं। इस लिस्ट में स्मिता पाटिल और शबाना आजमी का नाम भी शुमार है, जिनकी दुश्मनी किसी से भी छुपी नहीं है। एक जमाना था जब दोनों ही करियर के पिक पर थी, तब उनके बीच जरा भी नहीं बनती थी। जिसका खुलासा खुद शबाना ने किया था।

हाल ही में शबाना आजमी ने अपनी फिल्म अर्थ का एक किस्सा शेयर किया है, जिसमें वह स्मिता पाटिल के साथ नजर आई थी। फिल्म में उन्होंने एक्ट्रेस स्मिता की सौतन का किरदार निभाया था।

शेयर किया दिलचस्प किस्सा

फिल्म अर्थ साल 1982 में रिलीज हुई थी, जो उस समय की ब्लॉकबस्टर मूवी थी। जिसमें स्मिता पाटिल शबाना आजमी की सौतन बनी थी। स्मिता का नाम फिल्म में कविता था, जबकि शबाना ने पूजा का किरदार निभाया था। इस फिल्म को रिलीज हुए लगभग 42 साल से ज्यादा हो चुके हैं। अब फिल्म का एक किस्सा शेयर करते हुए शबाना ने बताया कि इस फिल्म में स्मिता को उनकी सौतन नहीं, बल्कि एक कामवाली बाई के किरदार के लिए कास्ट किया गया था। जिसे बाद में रोहिणी हट्टंगडी ने निभाया था, क्योंकि स्मिता ने डायरेक्टर से कहा था कि उन्हें इस फिल्म में दूसरी औरत का किरदार निभाना है।

मिल चुका है अवार्ड

बता दें कि इस फिल्म के लिए शबाना आजमी को बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड भी मिल चुका है। जिसका निर्देशन महेश भट्ट ने किया था। यह फिल्म बहुत ही ज्यादा पॉपुलर हुई थी। इसके हर एक किरदार को खूब सराहा गया था। थिएटर दशकों से खचाखच भरी हुई थी।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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