Sridevi Regretted after Rejeting This Superhit Film : भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की खूबसूरत दिवंगत अदाकारा श्रीदेवी हमारे बीच मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनकी फ़िल्में और गाने आज भी लोगों को इंटरटेन कर रहे हैं। फिल्मी करियर के दौरान उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी हैं। उन्होंने तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़ और हिंदी भाषा की फिल्मों में काम किया है।
उतार-चढ़ाव तो सबके जीवन में रहते हैं और ऐसा ही कुछ अभिनेत्री के साथ भी हुआ। एक दौर था जब एक्ट्रेस सभी निर्देशकों की पहली पसंद बन चुकी है। हालांकि, फिल्मी करियर के दौरान उन्होंने कई फिल्में ठुकराईं और कई फिल्मों में वह डायरेक्टर की पहली पसंद नहीं थीं।
इस हसीना की चमकी किस्मत
ऐसी ही एक फिल्म ने रातों-रात उस एक्ट्रेस की किस्मत चमका दी, जिसे श्रीदेवी ने ठुकरा दिया था। उस फिल्म का नाम ‘बेटा’ था, जो साल 1992 में रिलीज हुई थी। जब श्रीदेवी ने इस फिल्म को ठुकरा दिया, तब डायरेक्टर ने माधुरी दीक्षित को साइन किया। इस फिल्म ने माधुरी दीक्षित को वह मुकाम दिलाया, जिससे वह आज करोड़ों दिलों पर राज कर रही हैं। इस फिल्म का गाना ‘धक-धक करने लगा’ ने माधुरी दीक्षित की पॉपुलैरिटी में चार-चांद लगा दिए थे। इस फिल्म के बाद से ही एक्ट्रेस को ‘धक-धक गर्ल’ के नाम से जाना जाता है। इस फिल्म की सफलता ने माधुरी दीक्षित को रातों-रात स्टार बना दिया। इस फिल्म में माधुरी दीक्षित, अनिल कपूर के अलावा अनुपम खेर और अरुणा ईरानी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं। इसे इंद्र कुमार ने निर्देशित किया था, जो अपने समय की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक थी और उस साल की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी।
ये थी कहानी
फिल्म में राजू (अनिल कपूर) अपनी सौतेली मां लक्ष्मी (अरुणा ईरानी) के साथ रहता है, जो उसे देवी की तरह पूजता है, लेकिन लक्ष्मी एक चालाक महिला होती है जो उसकी संपत्ति पर कब्जा करना चाहती है। इसलिए वह अनिल कपुर को पढ़ने भी नहीं भेजती और ना ही उसे ऐसा एहसास दिलाती है कि वह उससे नफरत करती है। जब राजू की शादी सारस्वती (माधुरी दीक्षित) से होती है, तब सारस्वती को लक्ष्मी की सच्चाई का पता चलता है। फिर वह उसकी सच्चाई को सामने लाने की तमाम कोशिशें करती है।
श्रीदेवी को हुआ था पछतावा
वहीं, एक इंटरव्यू के दौरान श्रीदेवी ने कहा था कि उस फिल्म को ठुकराने के बाद उनके पति से लड़ाई भी हुई थी। जिसके बाद उन्हें इस बात का काफी पछतावा भी हुआ, लेकिन तब तक वह रोल उनके हाथ से निकल चुका था।





