Kamal Haasan Birthday : कमल हासन प्रमुख भारतीय फिल्म अभिनेता हैं जो तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अपने करियर के दौरान अपने अद्वितीय कलाकारी के लिए मशहूर हैं। बता दें कि वे एक मल्टी-टैलेंटेड फिल्ममेकर भी हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने अनगिनत पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए हैं। कमल हासन का फिल्म करियर 1960 के दशक में शुरू हुआ था। तब से लेकर आज तक वो इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं। इसी क्रम में आज वो अपना 69वां जन्मदिन मना रहे हैं। तो चलिए आज हम आपको उनके जीवन से जुड़े कुछ अनकहे किस्से सुनाते हैं…
इस फिल्म में निभाएं 10 करिदार
बता दें कि अभिनेता ने तमिल मूवी ‘दशावतार’ में 10 विभिन्न किरदार निभाए थे जो कि फिल्मी इतिहास में पहली बार हुआ था। फिल्म के उन्होंने विभिन्न भाषाओं के स्पष्ट उच्चारण, व्यक्तिगतिकरण और भूमिकाओं के साथ एक शानदार एक्टिंग किया। ‘दशावतार’ एक विज्ञान-कला-धाराओं की फिल्म है, जिसमें कमल हासन के विभिन्न किरदार अलग-अलग युगों और समय के लिए हैं। उन्होंने इन सभी किरदारों को अपने बेहतर रुप से प्रस्तुत किया। खास बात यह है कि फिल्म के निर्माता वो खुद थे।
‘दशावतार’ साल 2008 में रिलीज किया गया था जो कि तमिल इंडस्ट्री की सबसे सक्सेसफूल मूवी रही। जिसका बजट लगभग 60 करोड़ रुपये था, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ रुपये की कमाई की थी।। इसने फिल्म उद्योग में एक नई मान्यता प्राप्त की। साथ ही इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाई। इस तरह यह पहली सबसे अधिक कमाई करने वाली साउथ फिल्म बनी।
ये है असली नाम
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कमल हासन का असली नाम पार्थसारथी श्रीनिवासन है लेकिन उन्होंने अपने फिल्मी करियर के दौरान अपने एक्टिंग नाम के रूप में “कमल हासन” का चयन किया था। तब से ही वो फिल्म इंडस्ट्री में कमल हासन के नाम से मशहूर हैं। वहीं, कमल ने 1994 में एक फिल्म के लिए 1 करोड़ रुपये की फीस मांगी थी, जो उस समय एक बड़ी रकम थी।
6 साल से किया करियर शुरू
कमल हासन की करियर की शुरुआत एक बच्चे के रूप में थी और उन्होंने बचपन से ही फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया था। वहीं, 6 साल की उम्र में ‘Kalathur Kannamma’ मूवी के लिए राष्ट्रपति गोल्ड मेडल मिला था, जो एक महत्वपूर्ण पुरस्कार है। इसके बाद, उन्होंने बच्चे के रूप में कई अन्य फिल्मों में भी काम किया।
1 साल में पांच सिल्वर जुबली फिल्में
एक्टर ने 1982 में एक साल में पांच सिल्वर जुबली फिल्में की रिलीज की थी, जो उनके फिल्म करियर में एक अद्वितीय माइलस्टोन था। इन फिल्मों के माध्यम से उन्होंने फैंस के दिल में एक अलग जगह बनाई। इन फिल्मों के नाम ‘वाज़वे मायम’, ‘मूंदराम पिराई’, ‘सनम तेरी कसम’, ‘सकलकला वल्लवन’ और ‘ये तो कमाल हो गया’ थे, जिन्होंने उनके जीवन को पूरी तरह बदल डाला। वहीं, ‘मारो चरित्र’ की सफलता ने कमल हासन के करियर को और भी मजबूत किया। ये फिल्म आंध्र प्रदेश के 18 थिएटरों में 200 से ज्यादा दिनों तक चली थी। बैंगलोर में 693 दिन, चेन्नई में 596 दिन और मैसूर में 350 दिन तक चली थी।