Thu, Dec 25, 2025

12 साल बाद भी OTT पर धमाल मचा रही है यह सस्पेंस थ्रिलर फिल्म, कहानी ऐसी कि घूम जाएगा आपका भी दिमाग

Written by:Ronak Namdev
Published:
सस्पेंस थ्रिलर फिल्म ‘दृश्यम’ ने रिलीज के 12 साल बाद भी अपनी पकड़ नहीं छोड़ी। 22 अवॉर्ड जीतने वाली इस फिल्म ने हर भाषा में हिट का रिकॉर्ड बनाया और अब भी यह अमेज़न प्राइम वीडियो, जियोसिनेमा और हॉटस्टार जैसे प्लेटफॉर्म्स पर खूब देखी जा रही है।
12 साल बाद भी OTT पर धमाल मचा रही है यह सस्पेंस थ्रिलर फिल्म, कहानी ऐसी कि घूम जाएगा आपका भी दिमाग

सस्पेंस फिल्मों का क्रेज ऐसा है कि जब तक आखिरी सीन न देख लें, चैन नहीं आता। ‘दृश्यम’ उन्हीं फिल्मों में से एक है, जिसने 2013 में रिलीज होकर थ्रिलर कैटेगरी में नया बेंचमार्क सेट कर दिया। मलयालम भाषा में बनी इस फिल्म ने दर्शकों को ऐसा जकड़ा कि आज 12 साल बाद भी लोग इसे दोबारा देखने से खुद को रोक नहीं पाते है।

दरअसल ‘दृश्यम’ की कहानी एक आम आदमी रामबाबू और उसके परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसकी जिंदगी उस वक्त बदल जाती है जब उसका परिवार एक गंभीर अपराध में फंस जाता है। फिल्म दिखाती है कि कैसे एक आम आदमी अपने परिवार को बचाने के लिए दिमाग का इस्तेमाल करता है और पुलिस को चकमा देता है। फिल्म का क्लाइमेक्स इतना शॉकिंग है कि पहली बार देखने वालों को यह कहानी देर तक याद रहती है। फिल्म में कोई फालतू सीन नहीं है और हर डायलॉग कहानी को आगे ले जाता है। यही वजह है कि यह फिल्म बार-बार देखने लायक बन जाती है।

दृश्यम का रीमेक हर भाषा में बना सुपरहिट

दरअसल मलयालम ‘दृश्यम’ की कामयाबी के बाद इसे तेलुगु, तमिल और हिंदी में रीमेक किया गया। तेलुगु में वेंकटेश और नदिया, हिंदी में अजय देवगन और तब्बू ने लीड रोल निभाए। हर भाषा में इस फिल्म को दर्शकों ने बेहद पसंद किया। खास बात यह रही कि फिल्म की रीमेक्स में भी ओरिजिनल जैसा असर बना रहा, जो आमतौर पर बहुत कम देखने को मिलता है। 2015 में आई हिंदी वर्जन को निशिकांत कामत ने डायरेक्ट किया था और इस फिल्म ने भी बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया। अजय देवगन के किरदार विजय सालगांवकर को आज भी थ्रिलर फिल्मों के आइकॉनिक कैरेक्टर में गिना जाता है।

OTT पर आज भी टॉप पर चल रही है ‘Drishyam’ सीरीज

बता दें कि मलयालम ‘दृश्यम’ को Hotstar पर देखा जा सकता है, जबकि हिंदी और तेलुगु वर्जन अमेज़न प्राइम वीडियो और जियोसिनेमा पर उपलब्ध हैं। ‘दृश्यम 2’ के साथ इस सीरीज ने एक बार फिर साबित किया कि सस्पेंस को अगर सही तरीके से पर्दे पर उतारा जाए तो वो कभी पुराना नहीं होता। ‘दृश्यम 2’ भी कहानी को आगे बढ़ाते हुए दर्शकों को वही थ्रिल देता है, जो पहली फिल्म में मिला था। खास बात ये है कि इन दोनों फिल्मों को बार-बार देखने पर भी बोरियत नहीं होती, बल्कि हर बार कुछ नया समझ आता है।