KBC 15 के मंच पर पहुंचे ये दो मेहमान, बिग बी से की खास बातचीत

सोमवार के एपिसोड में जाकिर खान और पटना के पॉपुलर खान सर के शामिल होने से यह और भी खास हो गया।

KBC 15 : केबीसी 15 जिसका पूरा नाम ‘कौन बनेगा करोड़पति 15’ है। यह शो भारतीय टेलीविजन का एक प्रमुख रियलिटी गेम शो है, जिसमें लोग अपने ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करके करोड़ों रुपए जीत सकते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान और मेहनत को प्रोत्साहित करना है। इस शो में प्रतिभागी को विभिन्न प्रश्नों का सही उत्तर देना होता है। जिससे उनके ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन होता है और जब वे सही उत्तर देते हैं, तो उन्हें बड़ी पैमाने पर पैसा जीतने का मौका मिलता है। वहीं, सोमवार के एपिसोड में जाकिर खान और पटना के पॉपुलर खान सर के शामिल होने से यह और भी खास हो गया।

KBC 15 के मंच पर पहुंचे ये दो मेहमान, बिग बी से की खास बातचीत

सख्त लौंडा का समझाया कॉन्सेप्ट

जाकिर ने शो में एंट्री लेते के साथ अमिताभ बच्चन को सख्त लौंडा का कॉन्सेप्ट समझाया। दरअसल, बिग बी ने उनसे पूछा कि ये क्या है। जिसपर जाकिर ने जवाब दिया कि सर यह एक आंदोलन। आपका एक फेमस डायलॉग था जिसमें आप कहते हैं कि हम जहां खड़े होते हैं लाइन हमेशा वहीं से शुरू होती है। इसी आधार पर हमारा है कि लाइन जहां खत्म होती है, वहीं से हम जैसे लोगों की शुरूआत होती है। इसका मतलब ये था कि जीवन में सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण है कि हम किस तरह से अपने काम की शुरुआत करते हैं। बहुत सारे लोग अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए किसी बड़े आंदोलन की तरह शुरू नहीं करते हैं, लेकिन उन्हें अपने काम में लगन और मेहनत के साथ जारी रखना चाहिए।

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जाकिर हुए इमोशनल

सेट पर जाकिर खान ने बताया कि उन्होंने अपने सफर के शुरूआत में एक शायरी लिखी थी और उनकी तमन्ना थी कि वो इसे अमिताभ बच्चन के सामने बोलें। जिनका यह सपना आज उनकी मेहनत के कारण पूरा हो गया है। वीडियो में आप देख सकते हैं कि वो बिग बी के सामने अपनी शायरी प्रस्तुत कर रहे हैं। जिसे सुनते ही वहां मौजूद उनके वालिद, मां और बाकि सभी लोग इमोशनल हो गए थे। जाकिर खुद भी थोड़े इमोशनल हुए थे।

चैरिटि को दान किए

जाकिर खान ने ‘कौन बनेगा करोड़पति 15’ के मंच पर अपनी कहानी सुनाई। उन्होंने दिल्ली में 3 साल बिताए और उस समय उनके पास कोई नौकरी नहीं थी। इस दौरान उनके दोस्तों ने उनका भरपूर साथ दिया, जिससे वे संघर्ष को आसानी से सामना कर सके और इस मूकाम तक पहुंच सके। बता दें कि खेल के दौरान खान सर ने पढ़ाई के क्षेत्र में कुछ ज्ञान दिए। वहीं, जीती हुई धमराशि 12 लाख 50 हजार चैरिटि को दान कर दिए।