रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ की पुलिस ने प्रभावी कार्यवाही करते हुए सहारा इंडिया कोऑपरेटिव कंपनी (SAHARA India Cooperative Company) के चार डायरेक्टरों (directors) को गिरफ्तार (arrest) किया है। राजनादगांव की पुलिस ने गुरुवार को लखनऊ के सहारा मुख्यालय से इन लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं पटना हाईकोर्ट (patna high court) ने सुब्रत राय (subrata Roy) को 13 मई को हाजिर होने के आदेश दिए हैं। इस मामले में 2000 से ज्यादा लोगों ने पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
करोड़ों निवेशकों का अरबों खरबों रुपया डकार कर बैठी सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ छत्तीसगढ़ की पुलिस ने दमदार कार्रवाई की है। दरअसल इन निवेशकों का पैसा न लौटाने के मामले में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की पुलिस ने सहारा के मालिक सुब्रत राय सहित कॉपरेटिव कंपनियों के डायरेक्टरों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की थी। जिसके बाद गुरुवार को राजनांदगांव पुलिस लखनऊ पहुंची और लाल जी वर्मा सहित एसएम सहाय, खालिद चौधरी और प्रदीप श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है।
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गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस इन्हें लेकर अलीगंज थाने पहुंची। इस बीच सहारा के प्रबंधन ने अपने प्रभाव का भरपूर इस्तेमाल किया लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस ने किसी दबाव के आगे झुकने से इन्कार किया और अंततः इन चारों डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर राजनांदगांव के लिए रवाना हो गई।
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वहीं दूसरी ओर पटना हाई कोर्ट ने सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रतो राय को आदेश दिया है कि वह 13 मई को व्यक्तिगत रूप से हाई कोर्ट में उपस्थित हो। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो हाईकोर्ट उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई कर सकता है। इसके पहले 11 मई को पटना हाई कोर्ट की पेशी में सहारा प्रमुख की ओर से स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर उपस्थित ना रहने का आवेदन दिया गया था।
जिसे नकारते हुए हाईकोर्ट ने एक बार फिर उन्हें व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। पटना सहित पूरे बिहार में लाखों लोगों का अरबों रुपया सारा इंडिया में निवेश है और परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद भी कंपनी इस पैसे को नहीं लौटा रही है।