सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट किया “लैम्ब्डा स्ट्रेन की उत्पत्ति पेरू (peru) से हुई थी। जो दुनिया में सबसे अधिक मृत्यु दर वाला देश है। जानकारी के अनुसार यूके में अब तक लैम्ब्डा स्ट्रेन (Lambda Varient) के छह मामलों का पता चला है। हालांकि शोधकर्ता चिंतित हैं कि यह संस्करण डेल्टा संस्करण की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है। पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (PAHO) के हवाले से बताया गया है कि पेरू में मई और जून के दौरान रिपोर्ट किए गए Corona वायरस केस के नमूनों में लैम्ब्डा का लगभग 82 प्रतिशत हिस्सा है।
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हाल ही में यूके में पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने देश में लैम्ब्डा (Lambda Varient) के कारण होने वाले कुछ मामलों की सूचना दी थी और इसे “एंटीबॉडी को निष्क्रिय करने के लिए संभावित वृद्धि हुई Communication या potential surge resistance” के रूप में मान्यता दी थी। उभरती वायरल बीमारियों पर PAHO के क्षेत्रीय सलाहकार जाइरो मेंडेज़ ने कहा कि 30 जून को लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के आठ देशों में लेकिन ज्यादातर देशों में छिटपुट रूप से इसका पता चला था।
बता दे Lambda वेरिएंट में असामान्य म्यूटेशन दिखा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मार्च महीने में इस lembda वेरिएंट की लीमा में दस्तक के बाद कुल सैंपल्स में 50% तक की वृद्धि देखी गई थी लेकिन जून में कुल नमूनों का यह 80 फीसद हो चुका है। इस वैरिएंट को शुरू में C.37 नाम दिया गया था। जिससे साबित होता है कि ये अन्य वेरिएंट के मुकाबले अधिक संक्रामक है।