जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। जबलपुर में एयरफोर्स की परीक्षा कराने का ठेका लेने वालों का फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां परीक्षा कराने का ठेका लेने वाली कंपनी ने फर्जी कर्मियों को ही परीक्षा केंद्र में तैनात कर दिया। कंपनी ने दो को रजिस्ट्रेशन मैनेजर और दो को टीसीए जेएम की जिम्मेदारी सौंपी थी। जब चारों के आधार कार्ड की जांच की गई तो फर्जी आधार कार्ड उपयोग करने का मामला सामने आया। वहीं मामले में फर्जी दस्तावेज मिलने पर तिलवारा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों पर फर्जी आधार कार्ड जब्त करते हुए धोखाधड़ी व फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया है। आरोपियों का उद्देश्य परीक्षा में नकल कराने का था।
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जानकारी के मुताबिक शरद पाल जेबीएम ऑनलाइन सोल्युशन सेंटर का प्रभारी है। उसके फर्म को Orlando कम्पनी ने एयरफोर्स रिक्रूटमेंट परीक्षा कराने का कांट्रैक्ट दिया था। इसमें परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के हेल्प के लिए ठेका कंपनी को ही अपने कर्मी रखने थे। शर्त थी कि सभी कर्मी स्थानीय होंगे। इसके एवज में उन्हें प्रतिदिन की दर से 1000 रुपए पारिश्रमिक मिलने थे। एयरफोर्स ने अपने पर्यवेक्षक लगाए थे। सभी कर्मियों की आईडी Orlando कंपनी ने मांगे थे। तब शरद पाल ने साथी की मदद से जितेंद्र से मुलाकात की जिसने भूपेंद्र, सोहन सिंह, धीरेंद्र प्रताप सिंह नाम के तीन युवकों को इसमें शामिल किया। चारों युवक उत्तर प्रदेश व मथुरा के निवासी बताए जा रहे हैं।
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कंपनी द्वारा चारों के आधार कार्ड की फोटोकॉपी की जांच कराई गई, तो उनकी आईडी मिसमैच मिली। आरोपियों का फर्जी नाम पते के साथ अन्य जानकारी मिली। चारों को इस तरह फर्जी आईडी के आधार पर परीक्षा केंद्र में लगाया गया था। इससे परीक्षा के दौरान गड़बड़ी और धोखाधड़ी की संभावना थी। 13 जुलाई को ही आरोपियों की पोल खुल गई थी। इसकी गोपनीय शिकायत पर तिलवारा पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। शुक्रवार रात चारों को तिलवारा पुलिस ने दबोच लिया।