Bhajanlal Sharma new CM of Rajasthan : राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा? इस सवाल का जवाब भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार दे दिया। मध्य प्रदेश में डॉ मोहन यादव और छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री बनाकर चौंकाने वाली भाजपा ने राजस्थान में भी चौंका दिया और वसुंधरा राजे सहित उन तमाम नामों के कयासों पर विराम लगा दिया और पहली बार के विधायक भजनलाल शर्मा के नाम पर मुहर लगा दी ।
दो उप मुख्यमंत्रियों में किस किस का नाम?
केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य दो सहयोगियों की मौजूदगी में आज जयपुर में विधायक दल की बैठक हुई , बैठक में भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव पार्टी की तरफ से रखा गया जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार कर लिया गया और विधायकों ने सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को अपना नेता चुना लिया, इसी के साथ दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री और वासुदेव देवनानी को विधानसभा अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
राजस्थान में भी भाजपा ने जोर का झटका धीरे से दिया
मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बम्पर जीत हासिल कर चौंकाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम को लेकर भी जोर का झटका धीरे से दे दिया , ये झटका केवल सियासी पंडितों को ही नहीं लगा पार्टी के लोगों को भी लगा और उन दावेदारों को ज्यादा लगा जिनका नाम चर्चा में चल रहा था। मोदी, शाह और नड्डा की तिकड़ी ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि राजनीति और रणनीति को लेकर उनकी सोच दूसरों से बहुत अलग है।
किससे रखवाया भजनलाल के नाम का प्रस्ताव?
भाजपा ने मध्य प्रदेश की तरह ही राजस्थान में भी नए चेहरे का प्रस्ताव सबसे बड़े दावेदार से रखवाया, मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान से डॉ मोहन यादव का नाम के प्रस्ताव रखवाया गया औए राजस्थान ने वसुंधरा राजे ने भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार कर लिया गया। 58 साल के भजनलाल शर्मा आरएसएस से जुड़े नेता हैं, फोटो सेशन में वे आज अंतिम पंक्ति में बैठे थे, उन्हें पता ही नहीं था कि वे मुख्यमंत्री बनने वाले हैं।
फोन कॉल किसका था , उस पर्ची में क्या था?
सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक शुरू हुई उसके थोड़ी देर बाद राजनाथ सिंह के पास जेपी नड्डा का फोन आया और फिर वसुंधरा राजे के हाथ में एक पर्ची थमा दी गई जिसमें भजनलाल शर्मा का नाम था, बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा विनोद तावड़े और सरोज पाण्डेय भी मौजूद थे।
भजनलाल शर्मा को लेकर क्या सोचते हैं कार्यकर्ता?
भजनलाल शर्मा भाजपा के महामंत्री हैं लेकिन खास बात ये है कि वे पहली बार चुनकर विधानसभा पहुंचे हैं यानि सांगानेर से उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की, भजनलाल शर्मा संगठन के नेता हैं, उनके चयन से कार्यकर्ताओं में बहुत उत्साह हैं , कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये साबित हो गया कि कोई ये ना सोचे कि पार्टी में वो केवल दरी बिछाने के लिए नहीं हैं, भाजपा एक साधारण कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री भी बना सकती है। बहरहाल अब तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम का ऐलान हो गया, जल्दी ही तीनों राज्यों में नई सरकार का गठन हो जायेगा।