भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में वन क्षेत्र (forest area) को समृद्ध करने की तैयारी पूरी की जा रही है। दरअसल बांस के मामले में प्रदेश को बेहद समृद्ध बनाया गया है। वहीं ट्री कवर (Tree cover) के मामले में प्रदेश पूरे देश भर में तीसरे स्थान पर है। साथ ही इन नवीन उपलब्धि हासिल करते हुए मध्य प्रदेश वन विभाग (MP Forest Department) द्वारा बड़ी तैयारी की जा रही है। इस साल 2022 के अंत तक 5000 वन समितियों के माइक्रो प्लान (micro plan) तैयार करने का निर्णय लिया गया है। मामले में वन मंत्री Vijay shah ने बड़ी घोषणा की है।
वन मंत्री डॉ. कुँवर विजय शाह ने कहा कि प्रदेश के वनों के सुधार और प्रबंधन में वन समितियाँ विशेष भूमिका निभा रही हैं। इस वर्ष के अंत तक 5 हजार वन समितियों के माइक्रो प्लान तैयार कर लिये जायेंगे। वन मंत्री डॉ.विजय शाह ने बताया कि प्रदेश में 847 ग्राम समुदाय ऐसे हैं, जहाँ वनों में सुधार किया गया है। इसके अलावा 390 ग्रामों में 1.15 लाख हेक्टेयर बिगडे़ वन क्षेत्र का पूर्ण रूप से सुधार किया जा चुका है। पिछले एक दशक में प्रदेश के 1152 ग्रामों में 4 लाख 31 हजार हेक्टेयर वन क्षेत्र में सुधार किया गया।
बांस के मामले में प्रदेश हुआ समृद्ध
बांस के मामले में प्रदेश समृद्ध हुआ है। यहाँ 18 हजार 394 वर्ग किलोमीटर में बांस उपलब्ध है, जो देश में सर्वाधिक है। इसमें हरे डंठल का बांस 3108 मिलियन और सूखे डंठल वाला बांस 1005 मिलियन है।
ट्री कवर में प्रदेश तीसरे स्थान पर
प्रदेश का भौगोलिक क्षेत्रफल 3 लाख 8 हजार 292 वर्ग किलोमीटर है। इसमें से ट्री कवर 8054 वर्ग किलोमीटर है, जो भौगोलिक क्षेत्रफल का 2.61 फीसदी है। इस तरह ट्री कवर की दृष्टि से देश के प्रथम पाँच राज्यों में मध्यप्रदेश तीसरे स्थान पर काबिज है।
वन क्षेत्र में प्रदेश अन्य राज्यों से है आगे
भारतीय वन सर्वेक्षण की 2021 की जारी रिपोर्ट के अनुसार वन क्षेत्र में प्रदेश अन्य राज्यों से आगे है। अति सघन वन क्षेत्र 6645 वर्ग किलोमीटर, मध्यम सघन वन 34 हजार 209 वर्ग किलोमीटर और खुला वन क्षेत्र 36 हजार 619 वर्ग किलोमीटर है।