पणजी, डेस्क रिपोर्ट। एक बार फिर से शिक्षकों (teachers) के वेतन वृद्धि (increment) देखने को मिलेगी। दरअसल अप्रैल से उनको बढ़े हुए वेतन (salary) का लाभ मिलेगा। बता दे कि संविदा शिक्षकों के वेतन में वृद्धि के आदेश जारी किए गए हैं। जिसके बाद उन्हें वेतन में 5 फीसद वृद्धि का लाभ दिया गया है। अप्रैल महीने के अंत में मिलने वाली सैलरी में उन्हें बढ़कर राशि दी जाएगी। वहीं इसका लाभ हजारों शिक्षकों को होगा।
शिक्षा निदेशालय (DEO) ने उच्च विद्यालयों (high schools) और उच्च माध्यमिक विद्यालयों (higher secondary schools) में अनुबंध-आधारित व्यावसायिक शिक्षकों और व्याख्यान-आधारित शिक्षकों के पारिश्रमिक (remuneration) में वृद्धि का आदेश जारी किया है। यह आदेश राज्य मंत्रिमंडल द्वारा 3 जनवरी, 2022 को लिए गए निर्णय के आधार पर जारी किया गया है। हलाकि वेतन वृद्धि कि गणना जारी आदेश की तारीख यानि 1 अप्रैल से की जाएगी।
हालांकि मामले में शिक्षा निदेशक भूषण सवाइकर ने कहा है कि संशोधित पारिश्रमिक, DEO द्वारा जारी किए गए आदेश की तारीख से लागू होगा। उच्च माध्यमिक विद्यालयों (postgraduate teacher/ Teacher Grade-I) में लगे व्याख्यान-आधारित शिक्षकों के लिए पारिश्रमिक को प्रति व्याख्यान 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति व्याख्यान कर दिया गया है, जिसकी अधिकतम सीमा 3.5 लाख रुपये प्रति वर्ष है।
संविदा के आधार पर व्यावसायिक शिक्षकों को अब मासिक वेतन 25,000 रुपये मिलेगा। जिसमें उन्हें पांच साल के अनुबंध पर पांच प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि मिलेगी। इसी तरह, उच्च विद्यालयों में लगे व्याख्यान-आधारित शिक्षक, यानी स्नातक शिक्षक या सहायक शिक्षक को हर लेक्चर के लिए राशि 150 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये की गई है। जिसकी अधिकतम सीमा तीन लाख रुपये प्रति वर्ष होगी।
व्यावसायिक शिक्षकों के लिए अनुबंध के आधार पर full time teacher, व्यावसायिक स्ट्रीम वाले सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में दोहरे अंशकालिक शिक्षक (double part time teacher) और एकल अंशकालिक शिक्षक के लिए भी नाम बदल दिया गया है। इन सभी शिक्षकों को अब केवल अनुबंध-आधारित व्यावसायिक शिक्षक के रूप में जाना जाएगा, और उन सभी को वेतन में पांच प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ वेतन में 25,000 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी से लाभ होगा।