पीएफ पर फिलहाल ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया। वहीं कर्मचारियों को 8.1 फीसद ब्याज दर की घोषणा इस वर्ष की गई है। वहीं राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब पेश करते हुए श्रम और रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली (Minister of State for Labor and Employment Rameshwar Teli) ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल पीएफ के ब्याज में बदलाव का सरकार का कोई इरादा नहीं है। वहीं उन्होंने कहां है केपीएस पर मिलने वाला ब्याज दर अन्य बचत योजनाओं की तुलना में काफी अधिक है।
राज्यसभा के प्रश्न काल में उत्तर देते हुए मंत्री रामेश्वर तेली ने कहा कि सीनियर सिटीजन बचत योजना में अभी 7.40% पर ब्याज उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा सरकार की अन्य बचत योजना जैसे सुकन्या समृद्धि योजना में 7.60 फीसद पर ब्याज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वही परियोजनाओं की तुलना में काफी अधिक है। इस वर्ष 2021 के लिए ब्याज दर 8.10 तय की गई है।
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राज्यसभा के प्रश्न काल में उत्तर देते हुए रामेश्वर तेली ने कहा कि ईपीएफ पर मिलने वाला ब्याज दर अपने निवेश से प्राप्त आय पर निर्भर करता है। ऐसे में इस पर केवल इपीएफ योजना 1952 के अनुसार ही ब्याज दर का निर्धारण देखने को मिल सकता है। बता दे कि केंद्रीय कर बोर्ड की सिफारिश पर 2021-22 वर्ष के लिए केंद्र सरकार ने इपीएफ की ब्याज दर को 8.10% मान्य करते हुए मंजूरी दी थी।हालांकि बीते 4 दशकों में यह सबसे कम ब्याज दर है। इससे पहले सबसे कम ब्याज दर 1977-78 में रिकॉर्ड किया गया था।
हालांकि सरकार के इस फैसले से 6 करोड़ इपीएफ धारकों को बड़ा झटका लगा था। वही अभी तक ब्याज दर की रसीद धारकों के खाते में क्रेडिट नहीं की गई है। माना जा रहा है कि त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही सरकार ईपीएफ कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दे सकती है। वहीं उनके खाते में ब्याज की राशि को क्रेडिट किया जा सकता है।
ब्याज दर
- 2013-14 में ब्याज दर 8.75%
- 2014-15 में ब्याज दर 8.75%
- 2015-16 में ब्याज दर 8.80%
- 2016-17 में ब्याज दर 8.65%
- 2017-18 में ब्याज दर 8.65%
- 2018-19 में ब्याज दर 8.65%
- 2019-20 में ब्याज दर 8.50%
- 2020-21 में ब्याज दर 8.50%
- वही 2021-22 में ब्याज दर 8.1%
कहां निवेश होती है राशि
ज्ञात हो कि पीएफ अकाउंट होल्डर के खाते में जमा राशि को कई जगह निवेश किया जाता है। वही निवेश से होने वाली कमाई का एक हिस्सा ब्याज के रूप में इपीएफ अकाउंट होल्डर्स के खाते में क्रेडिट की जाती है। इपीएफ द्वारा अकाउंट होल्डर के खाते में जमा राशि को Debt, गवर्नमेंट सिक्योरिटी सहित अन्य बॉन्ड में निवेश किया जाता है। वही इक्विटी और डेट से हुई कमाई के आधार पर पीएफ का ब्याज दर तय किया जाता है।
गणना के लिए
- यदि आपके खाते में 10 लाख रुपए हैं तो 8.1% की ब्याज दर से आपके खाते में 81000 रूपए क्रेडिट किए जाएंगे।
- जबकि यदि आपके खाते में 5 लाख रुपए हैं तो आपको 40 हजार 500 रूपए खाते में भेजी जाएगी।