इससे पहले मंगलवार को नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ अपने गठबंधन को समाप्त कर दिया था और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था। बता दे कि किसी भी हिंदी भाषी राज्य में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड नीतीश कुमार के नाम है। वही राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के केवल कुछ घंटे बाद ही उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था। नीतीश कुमार ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने सामूहिक रूप से बीजेपी के साथ गठबंधन खत्म करने का फैसला किया, इसमें दल के सभी लोग एकमत हैं।
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पटना के राजभवन में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने सीएम और डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। तेजस्वी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद नीतीश कुमार के पैर छुए। जानकारी के मुताबिक बंटवारे के फार्मूले की रूपरेखा के अनुसार RJD के पास सबसे अधिक संख्या में मंत्री हो सकते हैं। दरअसल उनके पास विधायकों की संख्या अधिक है। हालांकि अन्य विधायकों का शपथ ग्रहण बाद में होगा। JDU-RJD के नेतृत्व वाले ‘महागठबंधन’ के सरकार बनाते हुए बुधवार दोपहर 2 बजे नीतीश कुमार ने शपथ लिया है। नीतीश कुमार को पहले ही 7 दलों, RJD, कांग्रेस, JDU, और वाम दलों (भाकपा, भाकपा-माले और अन्य) के महागठबंधन के नेता के रूप में चुना जा चूका हैं।
बीजेपी को 2024 के लिए किया आगाह
आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही नीतीश कुमार ने बीजेपी को 2024 के लिए आगाह कर दिया है। दरअसल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी को चिंता करने की हिदायत नीतीश कुमार द्वारा दी गई है। नीतीश कुमार ने कहा है कि बीजेपी को हमारे बारे में चिंता करने की वजह 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर चिंता करनी चाहिए।
हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने इशारों में तंज किया है कि जो 2014 में सत्ता में आए, क्या वे 2024 में विजयी होंगे? सीएम ने 2024 के लिए सभी (विपक्ष) के एकजुट होने की अपील की है। वहीँ उन्होंने का है कि ऐसे पीएम आदि किसी भी पद के दावेदार नहीं हैं। 2024 में महागठबंधन की तरफ से प्रधानमंत्री पद का एक बड़ी चर्चा है पर Nitish के अल्टीमेटम अल्टीमेटम को नजरअंदाज करने की गलती बीजेपी कतई नहीं करना चाहेगी।
शपथ से पहले नीतीश ने लालू प्रसाद यादव से फोन पर की बात
नीतीश ने सीएम शपथ से पहले राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से फोन पर बात की। उन्होंने बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी उन्हें दी है। जिसके बाद लालू यादव ने नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया है और सीएम बनने की बधाई दी है। साथ ही राबड़ी देवी ने कहा है कि मैं बहुत खुश हूं। आप लोगों की वजह से ही बिहार में महागठबंधन की सरकार वापस आ रही है और पुराना सब माफ है।
बीजेपी ने Nitish kumar पर लगाया ‘आदतन विश्वासघाती’ होने का आरोप
एक तरफ जहां नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में आठवीं बार शपथ ले रहे। वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने उनपर आदतन विश्वासघाती होने का आरोप लगाया है। वहीं BJP ने कहा है कि वह बुधवार को सभी जिले में जनता दल यूनाइटेड द्वारा किए गए विश्वासघात के खिलाफ महा धरना करेंगे और व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का कहना है कि नीतीश कह रहे हैं कि जद (यू) को तोड़ने की कोशिश की जा रही थी। शिवसेना हमारी सहयोगी नहीं थी, वह वहां की सत्ताधारी पार्टी थी। जदयू हमारे सहयोगी थे। हमने अपने किसी भी सहयोगी को कभी नहीं तोड़ा है।
समझें समीकरण
यदि आंकड़ों की बात करें तो राज्य विधानसभा की ताकत 242 है और सफल आंकड़ा 122 है। वहीँ Nitish kumar ने दावा किया है कि उन्होंने राज्यपाल को 164 विधायकों की एक सूची सौंपी है। राज्यपाल तय करेंगे कि शपथ कब ली जा सकती है। बता दें कि महागठबंधन के तहत नीतीश कुमार के पास विधायकों की संख्या अधिक होने के साथ 8 दल का समर्थन प्राप्त है।
बता दें कि बिहार विधानसभा में गठबंधन की स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। 2020 के नतीजों में बीजेपी को जहां 77 सीट है। वही महागठबंधन की सरकार आते ही विधायकों का आंकड़ा 164 पहुंच गया है। 2020 के नतीजों के मुताबिक BJP को 77, RJD को 79, JDU को 45, CONG-19, माले को 12 , भाकपा को 2, माकपा को 2, HAM को चार, निर्दलीय को 1, AIMIM को 1 और अन्य को 1 सीटें मिली थी।
कब कब लिया शपथ
- इससे पहले नीतीश कुमार ने 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक के लिए सीएम पद की शपथ ली थी।
- दूसरी बार 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक के लिए सीएम पद की शपथ ली थी।
- तीसरी बार नीतीश कुमार ने 26 नवंबर 2010 से 17 मई 2014 तक के लिए सीएम पद की शपथ ली थी।
- चौथी बार नीतीश कुमार ने 22 फरवरी 2015 से 19 नवंबर 2015 तक सीएम पद की शपथ ली थी।
- पांचवी बार 20 नवंबर 2015 से 26 जुलाई 2017 तक सीएम पद की शपथ नीतीश कुमार द्वारा ली गई थी।
- छठी बार 27 जुलाई 2017 से 16 नवंबर 2020 तक उन्होंने सीएम पद की शपथ ली।
- सातवीं बार 16 नवंबर 2020 से 9 अगस्त 2022 तक के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
- आठवीं बार 10 अगस्त 2022 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।