भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग (Higher education department) के छात्रों के लिए बड़ी खबर है। दरअसल NAAC द्वारा MP College के मूल्यांकन प्रक्रिया (evaluation process) में बदलाव किया गया है। जिसके बाद महाविद्यालय की स्थापना के 1 वर्ष पूर्ण होने के बाद अब कॉलेज प्रोविजनल एक्रीडिटेशन (college provisional accreditation) की पात्रता रखेंगे। वहीं मध्यप्रदेश में इसका प्रशिक्षण भोपाल उज्जैन जबलपुर ग्वालियर में उपलब्ध कराया जा रहा है।
आयुक्त, उच्च शिक्षा दीपक सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद ने अब कॉलेजों के मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब जिन महाविद्यालयों ने स्थापना के एक वर्ष पूर्ण कर लिए हैं। उन्हें प्रोविजनल एक्रीडिटेशन मिलेगा। दीपक सिंह बुधवार को सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रोविजनल एक्रीडिटेशन प्रशिक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
MP School : निजी स्कूलों के लिए राज्य शिक्षा केंद्र की बड़ी घोषणा, मॉड्यूल तैयार, मिलेगा लाभ
आयुक्त दीपक सिंह ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान के ओवर ऑल परफारमेंस के मूल्यांकन के बाद नैक (NAAC) एक्रेडिटेशन मिलता है। नए स्थापित कालेजों के लिए पैक (PAC) एक अच्छी पहल है। उन्होंने प्रशिक्षण में आये हुए भोपाल एवं सागर संभाग के महाविद्यालयों के प्राचार्य और प्राध्यापकों से कहा कि अपने महाविद्यालय को नैक मूल्यांकन के लिए तैयार करें प्रशिक्षण में 55 महाविद्यालयों के 110 प्राचार्य और प्राध्यापक शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि प्रोविजनल एक्रीडिटेशन का प्रशिक्षण भोपाल, उज्जैन, जबलपुर तथा ग्वालियर में दिया जा रहा है। अब जब राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) अनंतिम मान्यता की पेशकश करने जा रही है। दरअसल 280 संबद्ध कॉलेजों में से DAVV के 200 से अधिक संबद्ध उच्च शिक्षण संस्थान (HEI) अभी तक एनएएसी से मान्यता प्राप्त नहीं हैं।
विशेष रूप से मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, डॉ मोहन यादव के हाल ही में कॉलेजों को अनंतिम एनएएसी प्रमाणपत्र चुनने के निर्देश के बाद, डीएवीवी ने संबद्ध कॉलेजों को भी एक प्राप्त करने के लिए सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी ली है। NAAC के नए दिशानिर्देशों के तहत, कॉलेजों के लिए अनंतिम मान्यता (PAC) अंतिम NAAC मान्यता के लिए संस्थानों की तैयारी का पता लगाने में मदद करेगी।