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Wed, Dec 17, 2025

सीएम डॉ मोहन यादव ने नागपुर में भर्ती बच्चों और परिजनों का जाना हाल, बोले- “कफ़ सिरप से जुड़े किसी दोषी को छोड़ेंगे नहीं”

Written by:Atul Saxena
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डॉ यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश के बच्चे और परिवार तो पीड़ित पक्ष हैं, हमारे प्रदेश के बच्चों की मृत्यु हुई है। इस संवेदनशील प्रकरण में मध्य प्रदेश सरकार किसी भी दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी।
सीएम डॉ मोहन यादव ने नागपुर में भर्ती बच्चों और परिजनों का जाना हाल, बोले- “कफ़ सिरप से जुड़े किसी दोषी को छोड़ेंगे नहीं”

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज अपने महाराष्ट्र प्रवास के दौरान नागपुर पहुंचे उन्होंने यहाँ कोल्ड्रिफ कफ सिरप सर प्रभावित और अलग अलग अस्पतालों में भर्ती मध्य प्रदेश के बच्चों से मुलाकात की और उनके परिजनों से बात की हाल जाना, मुख्यमंत्री ने कहा सरकार पूरी तरह से आपके साथ है आपके इलाज में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी, मुख्यमंत्री ने अस्पताल संचालकों से बच्चों के बेहतर इलाज करने की बात कही है

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज गुरुवार को नागपुर स्थित एम्स, जीएमसी और न्यू हेल्थ सिटी अस्पताल पहुंचकर छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के किडनी संक्रमित बच्चों के स्वास्थ्य का हालचाल जाना, मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित बच्चों का अच्छे से अच्छा उपचार हो इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने नागपुर के एम्स, शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य को देखा तथा संबंधित चिकित्सकों से कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित किया जाये।

मानवीय और प्रशासनिक दोनों आधार पर होगी  कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने कहा है कि कफ सिरप कोल्ड्रिफ का उपयोग किए जाने के मामले से संबंधित किसी भी दोषी को मध्य प्रदेश सरकार नहीं छोड़ेगी। अभी तमिलनाडु की दवा कंपनी के जिम्मेदार लोगों को दबोचा गया है और उनकी गिरफ्तारी हुई है। मध्य प्रदेश सरकार मानवीय और प्रशासनिक दोनों आधार पर कार्रवाई जारी रखेगी।

तमिलनाडु सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि तमिलनाडु में निर्मित दवा के उपयोग से ही बच्चों की मृत्यु की बात प्रमाणित हुई है। मध्य प्रदेश पुलिस ने दोषी लोगों की गिरफ्तारी की है। दुर्भाग्य की बात है कि तमिलनाडु सरकार की तरफ से अपेक्षित सहयोग प्राप्त नहीं हो रहा है। तमिलनाडु के ड्रग कंट्रोलर को दवा कंपनी की नियमानुसार जांच करना चाहिए।

प्रतिबंधित कंपनी की दवा लिखने वालों पर भी एक्शन 

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा रेंडम सैंपल लेकर आवश्यक जांच करवाई गई और छिंदवाड़ा के चिकित्सक सहित और अन्य दोषियों का निलंबन भी किया गया है और ड्रग कंट्रोलर को हटाया गया है। इसके साथ ही, जो डॉक्टर उस कंपनी की प्रतिबंधित दवा रोगियों के लिए लगातार लिख रहे है, उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है।

अब तक की जांच में मैन्युफैक्चरिंग स्तर पर त्रुटि 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तमिलनाडु सरकार को नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई करना चाहिए। अब तक की जांच में मूल रूप से मैन्युफैक्चरिंग के स्तर पर त्रुटि की बात सामने आई है। त्रुटिपूर्ण यह दवा बच्चों को दी गई जिसके फलस्वरुप जीवन की क्षति हुई।

किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा

डॉ यादव ने कहा कि जैसे ही तमिलनाडु सरकार की रिपोर्ट आई वैसे ही मध्य प्रदेश सरकार ने इस कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया। दवा कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा।

बिना जांच के कंपनी का लाइसेंस कैसे रिन्यू किया गया?

मुख्यमंत्री ने प्रश्न किया कि वो कौन लोग हैं जिन्होंने इस कंपनी को ड्रग लाइसेंस देने का कार्य किया? मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि छोटी सी जगह पर किस तरह फैक्ट्री संचालित है, यह प्रश्न पूछा जाना चाहिए। बिना जांच के लाइसेंस कैसे रिन्यू किया गया? इस दवा कंपनी को दोबारा उद्योग लाइसेंस कैसे दिया गया? कोई भी व्यक्ति स्थल पर जाकर अवलोकन कर सकता है।