भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में शिवराज सरकार (Shivraj government) जहां किसानों की आर्थिक आय (farmers economic income) बढ़ाने की तैयारी में है। वहीं दूसरी तरफ कृषि विविधीकरण (agricultural diversification) अभी मध्यप्रदेश अन्य राज्यों से आगे चल रहा है। दरअसल परियोजनाओं की स्वीकृति को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) ने राष्ट्रीय उपलब्धि बताई है। साथ ही सीएम शिवराज ने आम नागरिक आंगनबाड़ी सहित छात्रों के लिए बड़ी घोषणा की है। सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में मोटे अनाज का महत्व जानने के लिए अब नाम आम नागरिक-आंगनबाड़ी सहित मध्यान्ह भोजन विद्यार्थियों को 1 दिन मोटे अनाज का वितरण किया जाएगा।
सीएम शिवराज ने कहा कि सप्ताह में 1 दिन आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों को और मध्यान भोजन में विद्यार्थियों को मोटे अनाज का वितरण किया जाएगा आमजन भी मोटे अनाज के महत्व से परिचित होंगे मोटे अनाज में कोदो कुटकी के वितरण की व्यवस्था की जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा कि पोषण की दृष्टि से मोटे अनाज का महत्व अधिक है, इसलिए इस तरह की व्यवस्था की जानी चाहिए।
वही समीक्षा बैठक में जानकारी देते हुए बताया गया है कि मध्यप्रदेश में गेहूं के निर्यात के साथ ही अन्य उत्पादों के निर्यात में भी तेजी देखने को मिल रही है। इसके लिए प्रयास बढ़ाए जा रहे हैं। प्रदेश में फिलहाल 116 एफएओ कार्यरत हैं। इसके अलावा बैंकों सेक्टर 1878 करोड़ रुपए के ऋण वितरित की जा चुकी है। प्रदेश में यूरिया डीएपी की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है जिससे किसानों को किसी भी दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
इसके अलावा मध्यप्रदेश में तरल अर्थ अर्थ नैनो यूरिया को भी प्रोत्साहित किए जाने की दिशा में बड़ा कार्य किया जा रहा है। इफको के सहयोग से यह कार्य पूरा किया जा रहा है। प्रदेश के कुछ जिलों में 1000 एकड़ कृषि क्षेत्र में नैनो तरल यूरिया के छिड़काव का प्रयोग किया गया है। वही आंकड़ों की माने तो खरीद 2022 में अब तक 6 लाख से अधिक नैन उतरन यूरिया का विक्रय किसानों को किया गया है जबकि रबी 2021-22 में 16 लाख से अधिक नैनो तरल यूरिया का विक्रय किसानों को किया गया है।
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मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कृषि के विविधीकरण पर जोर दिया जा रहा है। प्राकृतिक कृषि करने के इच्छुक किसानों से सीएम एक तरफ जहां संवाद करेंगे। वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश में दो परियोजनाओं की स्वीकृति को उन्होंने राष्ट्रीय उपलब्धि करार दिया। सीएम ने कहा कि वर्तमान में आईटीसी द्वारा औषधि अश्वगंधा और तुलसी के 4500 एकड़ क्षेत्र में उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके अलावा 1235 एकड़ में भी ग्रीन एंड ग्रेस के जैविक सब्जी और अनाज का उत्पादन कार्य शुरू किया गया है। जबकि चार अन्य परियोजनाओं की परीक्षण का कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है।
सरकार की तैयारियों की माने तो विदिशा जिले में हरी मटर और धनिया के उत्पादन को बढ़ावा मिल सकता है। इसके अलावा रीवा, सतना, ग्वालियर, उज्जैन, शाजापुर, इंदौ,र देवास में आलू के उत्पादन को बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इधर नर्मदा पुरम सीहोर छिंदवाड़ा में संतरा और अमरूद के उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए मध्यप्रदेश में ठोस प्रयास जारी रखने के निर्देश सीएम शिवराज ने दिए हैं। बड़ी जानकारी देते हुए बताया गया है कि 3 साल में सरसों का उत्पादन मध्य प्रदेश में दोगुना हो गया है। प्रदेश 2022 में 12 लाख 33 हजार हेक्टेयर में सरसों का उत्पादन कर रहा है।