भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में हितग्राहियों (MP beneficiaries) को शासकीय योजना (Government scheme) का लाभ मिले और विभाग सुदृढ़ रूप से संचालित हो, इसके लिए सीएम शिवराज (CM Shivraj) लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं। बीते दिनों आयुष विभाग (Ayush department) की योजना और आयुष चिकित्सा पद्धति पर समीक्षा बैठक करते उन्होंने बड़े निर्देश दिए।
अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा पद्धति का लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिले। इसके प्रयासों को बढ़ाया जाना चाहिए। सीएम शिवराज ने कहा कि भोपाल में पंचकर्म चिकित्सा का लाभ रोगियों को मिल रहा है, इंदौर में भी आयुष सुपर स्पेशलिटी अस्पताल आगामी वर्ष तक प्रारंभ करने के लिए सभी कार्य समय पर पूर्ण करें।
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सीएम शिवराज ने निर्देश देते हुए कहा है कि खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय अपने कार्यों-गतिविधियों के कारण जाना जा रहा है। इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाना चाहिए। इसके अलावा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि आयुष विभाग के श्रेष्ठ कार्यों को आम जनता तक पहुंचाया जाए। विभाग के पोर्टल को नियमित रूप से अपडेट किया जाए ताकि आम जनता को बेहतर सुविधा मिल सके। रिक्त पदों की पूर्ति के लिए कार्यवाही की जाए। राज्य औषधीय पादप बोर्ड के गठन के बाद नियमित बैठक की जाए।
- बैठक में जानकारी दी गई है कि भोपाल में सुपर स्पेशलिटी पंचकर्म चिकित्सालय शीघ्र शुरू होगी।
- साथ ही हाउसिंग बोर्ड द्वारा हर्बल गार्डन ऑफ स्टेट इंपॉर्टेंस के कार्य के लिए वास्तुविद का चयन भी कर लिया है।
- प्रदेश में 10 जिला आयुष कार्यालय के भवन बन कर तैयार हो गए हैं।
- 50 औषधालय भवन और उज्जैन का महाविद्यालय भवन भी बन कर पूरा हो गया है।
- अमरकंटक में जनजाति एवं आयुर्वेदिक वैद्यों को उनके पारंपरिक जड़ी-बूटियों के ज्ञान के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- वर्तमान में 362 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कार्य कर रहे हैं।
- 200 नए सेंटर प्रारंभ करने का कार्य किया जाएगा।
- आयुर्वेद औषधीय पौधों के सर्वे का कार्य भी पूर्ण किया गया है।
- केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने प्रदेश के 4 जिले मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर और शहडोल में आयुर्वेदिक पौधों के मानकीकरण का कार्य प्रारंभ किया है।
- खजुराहो में 100 बिस्तर क्षमता के योग और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर केन्द्र सरकार को भेजा गया है।
इसके अलावा 16 महाविद्यालयों में आयुष विंग प्रारंभ की जा रही है। ग्वालियर, भोपाल और रीवा के आयुष महाविद्यालयों में शोध पीठ की स्थापना की कार्रवाई भी प्रचलित है। सलकनपुर में केन्द्र सरकार की स्वीकृति से 9 करोड़ रूपए लागत के आयुष अस्पताल की स्थापना की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है। एक नेचर पार्क की स्थापना भी की जा रही है