सीहोर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में भ्रष्टाचारियों (corrupt) के खिलाफ EOW की कार्रवाई जारी है। जिम्मेदार सरकार की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। प्रदेश के CMHO कार्यालय में स्टोर कीपर (store keeper) और मेडिकल संचालक ने फर्जी टेंडर निकालकर अंधत्व निवारण की दवा खरीदी बाजार में 300 गुना ज्यादा दर पर कर दी है। दरअसल दवा और उपकरण की कीमत 7 करोड़ रुपए आंकी गई है। वहीं अब ये मामला EOW के पास पहुंच गई है। जहां जांच एजेंसी ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बता दें कि मामला 2017 का है। जहां CMHO कार्यालय सीहोर ने अंधत्व निवारण की दवा और उपकरण खरीदी के लिए टेंडर(tender) बुलाए थे। उस समय सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी थे। जो अभी भोपाल के सीएमएचओ हैं। इस दौरान टेंडर के जरिए दवा से लेकर चश्मा उपकरण आदि की खरीदी होनी थी। इसमें कई फर्म ने टेंडर डाले थे।
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वही टेंडर बुलाने के लिए दस्तावेज में बड़ा हेरफेर किया गया था। जबकि सामग्री की आपूर्ति का काम मेडिकल संचालक मुकेश मालवीय की फर्म संजय मेडिकल को मिला। बिना सहमति के दूसरे डीडी का इस्तेमाल अपराध की श्रेणी में आता है। वहीं EOW ने स्टोर कीपर केवी वर्मा और संजय मेडिकल के प्रोपराइटर मुकेश मालवीय सहित अन्य पर मामला दर्ज किया है।
मामले में EOW का कहना है कि फर्जी टेंडर निकाल कर अंदर तो निवारण की दवा खरीदी बाजारी मूल से 300 गुना ज्यादा दर पर की गई थी। जहां दवा और उपकरण की कीमत 7 करोड़ रुपए आंकी गई है। वहीं टेंडर प्रक्रिया तो की गई लेकिन फर्जी तरीके से टेंडर पहले से निर्धारित फर्म को दिया गया है। अब इस मामले में जांच के बाद कई जानकारी सामने आ सकती है।