नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कर्मचारियों (Employees) के लिए अच्छी खबर है। जल्द उनके वेतन में बंपर वृद्धि (salary hike) देखी जाएगी। साथ ही उन्हें बोनस (Bonus) का भी लाभ मिलेगा। बोनस और वेतन बढ़ोतरी के साथ ही कर्मचारियों को पदोन्नति (Promotion) का लाभ दिया जाएगा। बंगलुरु की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड ने सितंबर 2022 में हर तिमाही से कर्मचारियों को पदोन्नति के साथ वेतन में 10% की वृद्धि की योजना तैयार की है। इसका लाभ कर्मचारियों को मिलेगा साथ ही सिर्फ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों के वेतन में 15 फीसद की बढ़ोतरी की संभावना जाहिर की गई है।
सूत्रों की माने तो सॉफ्टवेयर 15 सितंबर 2022 से इस योजना को लागू किया जा सकते हैं। हालांकि इस मामले विशेषज्ञों का कहना है कि बड़ी वेतन वृद्धि के साथ कंपनी पर वित्तीय बोझ बढ़ने की संभावना भी तेज हो गई है। आईटी उद्योग की ऊंची मांग के बावजूद युवाओं की नौकरी छोड़ने की दर में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। दरअसल देश में तेजी से युवा निजी नौकरियों से पलायन कर रहे हैं। वही एट्रिशन दर 20% से ऊपर बनी हुई है। फाइनेंसियल ईयर 2022 के तिमाही में विप्रो ने 23.8% स्टेशन दर्ज की है जबकि द्वारा वित्त वर्ष 2022 के लिए जून की समाप्ति तिमाही तक 19.7% कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी है।
कर्मचारी-मजदूरों के लिए अच्छी खबर, वेतन में 6000 रूपए तक की मासिक वृद्धि, खाते में बढ़ेगी राशि
इसी बीच पर टीसीएस ने अपने कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि और प्रमोशन के लिए बीच का रास्ता निकाला है। वही अपने कर्मचारियों को फर्म में रोके रखने के लिए विप्रो द्वारा भी बड़ी तैयारी की जा रही है। कर्मचारियों के पलायन को रोकने के लिए उन्हें वेतन वृद्धि सहित प्रमोशन और बोनस का भी लाभ दिया जाएगा। उद्योग के कार्यकारी अधिकारी की मानें तो विप्रो की हालिया पदोन्नति योजना के परिणाम में कर्मचारियों के वेतन में 10% से अधिक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले को वेतनमान के आधार पर 15% वेतन वृद्धि का लाभ दिया जा सकता है। विप्रो ने कहा है कि कंपनी जुलाई महीने से अपने कर्मचारियों के लिए कई पदोन्नति शुरू करेगी और कंपनी में सिर्फ प्रदर्शन करने वाले को त्रैमासिक पदोन्नति देने का फैसला किया गया है। बता दे पहली बार है जब Wipro जैसे दिग्गजों ने भारत में हाय एट्रिशन पर लगाम लगाने और युवा प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए इस तरह के कदम उठाए हैं।
हालांकि कारण जो भी हो इससे एक बात तो तय है कि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को जल्दी बड़ी वेतन वृद्धि उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा उन्हें बोनस और पदोन्नति का लाभ दिया जाएगा। इससे पहले रिक्रूटमेंट एजेंसी माइकल पेज ने अपने एक समीक्षा में दावा किया था कि भारतीय कर्मचारियों में अपनी नौकरी को लेकर संतुष्टि नहीं नजर आ रही है। जिसके बाद 86% निजी कर्मचारी 6 महीने में अपनी नौकरी से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि कंपनियों द्वारा कर्मचारियों के पलायन को रोकने के लिए अब विभिन्न निजी फर्म में तरह-तरह के लुभावन नीति तैयार की जा रही है।