नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। भारत में जल्द कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु (Employees Retirement age) बढ़ सकती है। दरअसल इसके लिए पेंशन प्रणाली को मजबूत करने और पर्याप्त सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान करने के लिए भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने भी अपनी आवाज मजबूत की है। संगठन ने अपने विजन डाक्यूमेंट 2047 (Vision document 2047) में कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने पर विचार करने की बात कही है। इस मुद्दे पर जल्द ही प्रस्ताव कर्मचारी नियोक्ता से से बातचीत शुरू की जाएगी। जिस पर अंतिम फैसला सरकार द्वारा किया जाएगा।
मामलों के संगठन का कहना है कि कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ा देनी चाहिए और इसे लाइफ एक्सपेक्टेंसी से जोड़ा जाना चाहिए। संगठन के इस प्रस्ताव का उद्देश्य पेंसिल प्रणाली व्यवस्था को सुदृढ़ करना और रिटायरमेंट के पर्याप्त लाभ कर्मचारियों को उपलब्ध कराना है। अपने डॉक्यूमेंट 2047 में संगठन द्वारा कहा गया है कि रिटायरमेंट आयु बढ़ाने के मुद्दे पर अन्य देश भी नवीन तैयारी कर रहे हैं। जिस को आधार बनाया जा सकता है।
आंकड़ों की माने तो इस समय भारत में सबसे युवा देशों में गिना जाता है लेकिन 2047 में भारत के युवाओं के मुकाबले उम्रदराज लोगों की संख्या में इजाफा हो जाएगा। देश में 2021 में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या 13.8 करोड़ है, जो 2031 तक बढ़कर 19.4 करोड हो सकती है। इसके साथ ही आर्थिक विकास के कारण जीवन प्रत्याशा में वृद्धि होगी। जिससे पेंशन फंड पर अधिक दबाव होगा।
इस मामले में संगठन के एक सीनियर अधिकारी का कहना है कि सेवानिवृत्ति आयु बढ़ने से देश में एक तरफ जहां ईपीएफओ पेंशन फंड की लंबी अवधि में पेंशन राशि ज्यादा जमा हो गई। साथ ही महंगाई को कम करने में मदद मिलेगी। मामले में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री के श्याम सुंदर का कहना है कि इस कदम का मिश्रित प्रभाव पड़ेगा। एक तरफ जहां विकास की गति को प्रदान करने के लिए वृद्धि श्रमिकों की पारिवारिक आय बढ़ेगी। वहीं दूसरी तरफ सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ने पर कुशल युवाओं को नौकरी पाने के लिए लंबी अवधि का इंतजार करना पड़ेगा। जिससे उनके कौशल की बर्बादी निश्चित है।
वही आंकड़ों की मानें तो भारत में फिलहाल सेवानिवृत्ति आयु 58 से 65 वर्ष के बीच है जबकि यूरोपीय संघ द्वारा सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाकर 65 वर्ष किया गया है। वहीं डेनमार्क इटली और ग्रीस में यह बढ़कर 67 है और अमेरिका में रिटायरमेंट उम्र 66 वर्ष रखी गई है।
एक तरफ जहां कर्मचारियों की मांग सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने की है। वहीं दूसरी तरफ संगठन के इस विजन डॉक्यूमेंट के आधार पर कर्मचारी नियुक्त सहित अन्य से चर्चा की जाएगी। वही प्रस्ताव तैयार कर सरकार के समक्ष रखा जाएगा। माना जा रहा है कि इस मामले में कर्मचारियों को लाभ मिल सकते हैं।