गुवाहाटी, डेस्क रिपोर्ट। लगातार बढ़ते रिक्त पदों और कर्मचारियों (Employees) द्वारा सेवा वर्ष को बढ़ाने की मांग के बीच सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाने (retirement age hike) की मांग जारी है। केंद्र सरकार ने लोकसभा में स्पष्ट किया है कि फिलहाल न्यायिक कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। हालांकि राज्य सरकार द्वारा रिटायरमेंट आयु वृद्धि की गई है। इसी बीच अब प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। दरअसल उनकी सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाकर 70 वर्ष कर दिया गया है।
दरअसल शासकीय कर्मचारी डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु को 5 वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। उनकी रिटायरमेंट आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की गई है। असम सरकार द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने का प्रस्ताव कैबिनेट में रखा गया था। जिस पर शुक्रवार को मुहर लगी है।
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एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि शैक्षणिक और चिकित्सा सेवा के लिए अनुभवी डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने सरकारी मेडिकल कॉलेज के सदस्यों की सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 70 वर्ष की है। सरकार के प्रवक्ता और जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने संवाददाताओं से बताया कि इस कदम का उद्देश्य अनुभवी डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाना है।
भले ही प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या में वृद्धि हुई है लेकिन अनुभवी डॉक्टरों की संख्या में अभी कमी है। कॉलेजों में डॉक्टरों की संख्या में कमी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर, जो फैकल्टी सदस्य भी हैं। उनकी सेवानिवृत्ति आयु को बढ़ाया गया है। जिसके लिए यह निर्णय लिया गया है। इससे पहले झारखंड सरकार ने भी मेडिकल कॉलेज कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु को 65 वर्ष से बढ़ाकर 67 वर्ष कर दिया गया था। उड़ीसा सलाहकार परिषद ने भी सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने की सलाह दी है।