नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ देश के अधिकांश राज्यों जैसे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में ठंड बढ़ने लगी है वही केरल और तंमिलनाडु समेत दक्षिण के राज्यों में आंधी के साथ झमाझम बारिश देखने को मिल रही है। आज यानी 30 अक्टूबर 2022 को दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल सहित कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। इसके साथ ही अगले तीन दिन तक तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के कुछ हिस्से में तेज बारिश हो सकती है।हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में अगले 5-6 दिनों तक बर्फबारी की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD)के अनुसार, 1 नवंबर तक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल समेत कई दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी करते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 31 अक्टूबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश के साथ आंधी-बिजली गिरने के साथ केरल-आंध्रप्रदेश और यमन के तटीय इलाकों में आज 30 और 31 तारीख को भारी बारिश हो सकती है।जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में 31 अक्टूबर को बारिश के साथ-साथ बर्फबारी के संकेत है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, अंडमान और निकोबार में 5 दिनों तक बारिश होने के आसार हैं।केरल और माहे में आज 30 और 31 अक्टूबर को बारिश तो तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के इलाके में 31 अक्टूबर को बारिश का अलर्ट है।असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में हल्की बारिश की संभावना है। दिल्ली की तरह एमपी, छत्तीसगढ़, यूपी, झारखंड, बिहार समेत अधिकांश राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा। यूपी में आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट और रायलसीमा के साथ नेल्लोर, कवाली, तिरुपति और चित्तूर जैसे स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दो नवंबर तक तमिलनाडु, पुडुचेरी, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में बारिश होने का अनुमान है। सोमवार और मंगलवार को तिरुवल्लूर, वेल्लोर ,तिरुप्पत्तूर कांचीपुरम और रानीपेट जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
क्या कहता है मौसम विभाग
- बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण अगले आज कुछ राज्यों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है।
- 31 अक्टूबर की रात तक पश्चिमी हिमालय के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। एक पश्चिमी विक्षोभ 31 अक्टूबर और दूसरा 3 नवंबर को दस्तक देगा।।
- पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
- दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से लेकर तमिलनाडु होते हुए दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक निचले स्तरों पर एक निम्न दबाव की रेखा बनी हुई है।
- श्रीलंका के पास दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने के आसार है
- स्काईमेट वेदर के मुताबिक नवंबर के शुरुआत में 2 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे, जिसके प्रभाव से 6 या 7 नवंबर तक पहाड़ों पर भारी बर्फबारी होगी और देश के कई राज्यों में ठंड में इजाफा होगा।