नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। इंडोनेशिया के जावा के कैंपजेन शहर के मलंग में एक पेशेवर फुटबॉल मैच (Indonesia Soccer match) का आयोजन किया गया था। शनिवार रात हुए इस आयोजन में दर्दनाक हादसे (Indonesia soccer Match Tragedy) ने 150 से अधिक लोगों की जान ले ली है। घरेलू फुटबाल टूर्नामेंट के दौरान 40,000 दर्शकों से भरे स्टेडियम में फैंस के गुस्से और आक्रोश का खामियाजा कई लोगों को भुगतना पड़ा। मैच के बाद आये नतीजे से फैंस खुश नहीं थे और उन्होंने हिंसक प्रदर्शन शुरू कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मैच के नतीजे के कुछ देर बाद ही कुछ फैंस गुस्सा और आक्रोशित हो गए और उन्होंने उपद्रव शुरू कर दिया। उपद्रव के दौरान स्टेडियम में भगदड़ मच गई। जिससे बड़े हादसे में 150 लोगों की मौत हो चुकी है। जावा पुलिस के मुताबिक हिंसक भगदड़ में 34 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी जबकि अन्य को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान इन लोगों ने दम तोड़ दिया।
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इन भगदड़ में कुछ पुलिसकर्मियों के मारे जाने की भी खबर सामने आई है। हालांकि कुछ लोगों को बचाने में पुलिस सफल रही है। पेशेवर फुटबॉल मैच के बाद प्रशंसकों ने मैदान में भागना शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े थे। इस भगदड़ में कई लोग की कुचलने से मौत हो गई।
सरकार समर्थित राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा अब तक यहां 153 लोगों के मारे जाने की खबर सामने आई है। अरेमा फुटबॉल क्लब द्वारा इसकी संख्या 182 बताई गई है। इसी बीच राष्ट्रपति जोको विडोडो ने इस मामले में राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख को गहन जांच के आदेश दिए।
इसके साथ ही फुटबॉल मैच की सुरक्षा का मूल्यांकन करने के लिए युवा और खेल मंत्री राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख और इंडोनेशिया के फुटबॉल संघ के अध्यक्ष को भी आदेश दिया गया है। वहीं राष्ट्रपति ने इस त्रासदी पर खेद जताते हुए कहा है कि उम्मीद की जाए की यह देश की आखरी फुटबॉल त्रासदी हो। दरअसल फुटबॉल मैच पैरसेबाया सुरावाया-अरुणिमा फुटबॉल क्लब के बीच खेला जा रहा था। जिसमें पैरसेबाया टीम ने 3-2 से जीत दर्ज की थी।