इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार (Modi Government) द्वारा जल्द MP कोई बड़ा तोहफा दिया जाएगा। दरअसल स्मार्ट सिटी (Smart city) में शामिल इंदौर के रेलवे स्टेशन (Indore railway station) को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। रेल मंत्रालय ने इसके लिए तीन स्टेशन का चयन किया है। जिसमें इंदौर स्टेशन (indore smart railway station) को भी शामिल किया गया है। विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहे मध्यप्रदेश में अब इंदौर में भी इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के रेलवे स्टेशन तैयार होंगे।
यह रेलवे स्टेशन पीपीपी मोड (PPP Mode) पर तैयार होगा। रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया जाएगा। इंदौर रेलवे स्टेशन के लिए दो हजार करोड़ से ज्यादा की लागत से तैयार किया जाएगा। वहीं स्टेशन राजधानी भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से अधिक बेहतर बनाने की भी संभावना जताई गई है।
इंदौर रेलवे स्टेशन को प्राथमिकता पर रखते हुए स्टेशन के सौंदर्यीकरण किए जाने हैं। साथ ही उनकी सुविधाओं को भी बढ़ाया जाएगा। वही इसे अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस करने के साथ ही बड़े पार्किंग, रेलवे अधिकारियों के कार्यालय सहित मॉल और अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। बता दे कि पिछले दिनों सांसद शंकर लालवानी ने रेल मंत्री अश्वनी भाषण से मुलाकात की थी। जहां रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को लेकर भी चर्चा की गई थी। इससे पहले एक सर्वे किया जा चुका है।
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वहीं रेल मंत्री द्वारा पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक केके लाहोटी से इस संबंध में टेंडर जारी करने के भी निर्देश दिए जा चुके हैं। इस रेलवे स्टेशन को भव्य बनाने के लिए सड़क के दूसरे और की जमीन के उपयोग के साथ ही रेल के भवन, आरक्षण कार्यालय, रेलवे अस्पताल, रेलवे पुलिस लाइन की जगह को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
इस मामले में शंकर लालवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण व विकास को लेकर जोर दिया गया है। जिसको लेकर रेल मंत्रालय ने भी इंदौर रेलवे स्टेशन को मंजूरी दे दी है। वहीं रेलवे स्टेशन पर 12000 यात्री प्रति घंटे के हिसाब से मुंह कर सकेंगे। जिसके लिए डिजाइन तैयार किया जा रहा है। वही लालवानी का कहना है कि रेल मंत्री ने खुद रेलवे स्टेशन की डिजाइन देखी है।
सांसद लालवानी का कहता है कि भोपाल के कमलापति स्टेशन में जो कमियां है। उसे इंदौर में पूरा किया जाएगा। वहीं रेलवे स्टेशन के सामने रेलवे रेलवे कॉलोनी, रिजर्वेशन सेंटर्स के लिए भी जमीन को प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा। इसके लिए अंडर ग्राउंड पार्किंग की सुविधा रहेगी। साथ ही पटेल ब्रिज, यूनिवर्सिटी के पास की जमीन आदि के स्टेशन के हिस्सों को भी इसमें शामिल किया जाएगा। वही ब्रिज, लिफ्ट, एलीवेटर में कुछ बदलाव किए जाने की भी संभावना शंकर लालवानी ने जताई है।
वहीं इसके लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट रेल मंत्रालय के पश्चिम रेलवे जीएम को भेजी गई है। टेंडर की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। वही मंजूरी मिलने के बाद रेल मंत्रालय को भेजा जाएगा। इसमें 4 से 5 महीने का समय लग सकता है। जिसके बाद कार्य को शुरू किया जाएगा।