बालाघाट, सुनील कोरे। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के मंडला और बालाघाट जिले से लगा कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park) 1 जून से अनलॉक हो जायेगा। सरकार ने दो महिने से बंद पड़े नेशनल पार्क को अनलॉक करने के आदेश जारी किये हैं। एक बार फिर सैलानी, यहां वन्यप्राणियों को दीदार करते नजर आयेंगे।
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हालांकि दो महिने से बंद और देश के अन्य प्रदेशों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जून में उद्यान आने वालों में उत्साह कम ही नजर आ रहा है। लेकिन कान्हा प्रबंधन को उम्मीद है कि अनलॉक होने के बाद जो भी सैलानी आयेंगे उससे बंद पड़े रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। पार्क से रोजी रोटी कमा रहे गाइड और सफारी वाहन चालकों को राहत मिलेगी। वहीं कान्हा हॉटल प्रबंधन की आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार होगा।
पर्यटन गतिविधियां होगी शुरू
वनमंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश के सभी बंद राष्ट्रीय उद्यान 1 जून से 30 जून तक के लिए खोले जायेंगे। जिसको लेकर कान्हा उद्यान प्रबंधन ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना के चलते पार्क बंद होने से गाइड, सफारी चालकों सहित अन्य कर्मचारियों को रोजगार की दिक्कत हो रही थी, उन्हें अब रोजगार मिलेगा और पर्यटन गतिविधियों संचालित हो सकेगी।
गाइडलाइन का करना होगा पालन
पार्क में आने से आमजन और वन्यजीव प्रेमी जंगलों की शुद्ध हवा और ऑक्सीजन लेने के साथ-साथ वन्यप्राणियों के दीदार कर सकेंगे। हालांकि कान्हा प्रबंधन का कहना है कि आने वाले पर्यटकों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा। उद्यान आने वाले पर्यटकों का कान्हा उद्यान में प्रवेश से पहले टेम्परेचर चेक किया जायेगा और यदि कोविड जैसे लक्षण नजर आयेंगे, तो उसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी जाकर उसे क्वारेंटाईन करवाया जायेगा। इसलिए पर्यटकों को पार्क में प्रवेश से पहले स्वस्थ होना जरूरी होगा। पार्क प्रबंधन के अनुसार यदि एक ही परिवार के लोग है तो एक साथ 6 लोग सफारी में बैठ सकेंगे। अन्यथा चार लोगों को ही सफारी में बैठने की इजाजत होगी।
पर्यटकों की उम्मीद कम, पर भरोसा पूरा
पार्क प्रबंधन की मानें तो कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई लेकिन यह यह अभी खत्म नहीं हुआ है। जिससे एक जून से 30 जून तक के लिए अनलॉक हो रहे कान्हा नेशनल पार्क में बाहर से आने वाले पर्यटकों की संख्या ज्यादा तो नहीं होगी। लेकिन उम्मीद है कि कोरोना संक्रमण की बीमारियों से उबरने और लगातार लॉक डाउन में रहने के कारण पर्यटन और वन्यजीव प्रेमी पार्क में आकर प्राकृतिक वातावरण और वन्यजीव के दीदार का आनंद लेंंगे।
जून में ही बुकिंग वालों को मिलेगा प्रवेश
एक अप्रैल से 31 मई तक कोरोना संक्रमण की तीव्रता को दृष्टिगत रखते हुए किये गये लॉकडाउन के कारण पर्यटन गतिविधि बंद थी। इस दौरान उद्यान में आने वाले जिन भी पर्यटकों ने बुकिंग की थी। कान्हा प्रबंधन ऐसे सभी लोगों की बुकिंग का पैसा वापस करने वाला है। जबकि कोरोना संक्रमण के कम होने से 1 जून से अनलॉक हो रहे राष्ट्रीय उद्यान में वे ही पर्यटक प्रवेश कर पायेंगे, जिन्होंने जून में कान्हा उद्यान घूमने के लिए बुकिंग की है। जबकि पूर्व से बुकिंग करने वाले को प्रवेश नहीं दिया जायेगा।