भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। देशभर में कई मस्जिदों (mosque) में मंदिर (temple) होने के दावे किए जा रहे हैं। इसके साथ यह मामला हाईकोर्ट (high court) और सुप्रीम कोर्ट (supreme court) भी पहुंच रहा है। हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के बीच ताजा मामला राजधानी भोपाल से देखने को सामने आया है। राजधानी भोपाल में जामा मस्जिद (MP Jama masjid) में मंदिर होने का दावा किया गया था। जिस पर बड़ी अपडेट सामने आ रही है। दरअसल भोपाल में जामा मस्जिद का भी सर्वे किया जायेगा। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर (usha thakur) ने इस पर मुहर लगाई है।
बता दें कि इससे पहले संस्कृति बचाओ मंच द्वारा जामा मस्जिद में पुरातत्व सर्वेक्षण कराने की मांग की गई थी। दरअसल संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी के नेतृत्व में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को जमा मस्जिद में सबसे मंदिर होने का दावा पेश करते हुए पुरातत्व विभाग के सर्वेक्षण की मांग की गई थी।
इस मामले में चंद्रशेखर तिवारी ने कहा था कि Bhopal की आठवीं शासिका कुदसिया बेगम ने अपनी आत्मकथा हयात-ए-कुदेशिया में इस बात का उल्लेख किया है। वहीं बेगम द्वारा जमा मस्जिद में शिव मंदिर होने का उल्लेख किया गया है। साथ ही जमा मस्जिद से मंदिर तोड़कर बनाया गया है। जिस कारण से इसका सर्वेक्षण होना आवश्यक है।
बता दे जिस आधार पर सर्वेक्षण की मांग की गई है। हयाते कुदेशिया में इसका उल्लेख मिलता है। इस मस्जिद का निर्माण 1832 ईसवी में शुरू हुआ था। वही 5 लाख की राशि से इसका निर्माण किया गया था। जबकि कुदेशिया बेगम ने इस बात का उल्लेख किया है कि मस्जिद से पहले यहां विशालकाय शिव मंदिर था और इसे तोड़कर मस्जिद का निर्माण करवाया गया था। जिस पर पुरातत्व विभाग द्वारा सर्वेक्षण की मांग की गई थी।