MP : लापरवाही पर बड़ा एक्शन, पंचायत सचिव सहित 3 निलंबित, 5 अधिकारी को नोटिस जारी

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्य प्रदेश (MP) में भ्रष्टाचार अधिकारी कर्मचारी (Corrupt employees)  पर Suspend की कार्रवाई का सिलसिला जारी है। इसी बीच राजगढ़ जिले की ग्राम पंचायत काकरिया में विकास कार्य के नाम पर ग्राम पंचायत के सचिव (panchayat secretary) और जनपद पंचायत PCO द्वारा 5 लाख 86 हजार से अतिरिक्त की राशि निकाली गई है। सचिव के निलंबित होने के बाद पीसीओ द्वारा गांव में काम शुरू किया गया है। हालांकि अधिकारी का कहना है कि काम के पहले ही काम के 40 फीसद राशि अंतरित कर लिए गए हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव प्रस्तावित होने के कारण सरपंच से प्रधान के चार्ज वापस ले लिए गए थे। वहीं 17 से 18 जनवरी को सहारनपुर जनपद पंचायत के समन्वयक द्वारा ग्राम पंचायत काकरिया सहित अन्य पंचायत के लिए नाली, सीसी सड़क निर्माण सहित विकास कार्य होना था।

ग्राम पंचायत के सचिव पप्पू धनगर व जनपद के पीसीओ जवार पंचायत द्वारा संयुक्त हस्ताक्षर के बिना किसी काम के राशि की निकासी की गई थी। जिसमें उन्हें शिकायत सामने आने के बाद कलेक्टर ने सचिव पप्पू धनगर को निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। वही जनपद सीईओ मुकेश जोशी को नोटिस जारी कर दिया था।

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वहीं दूसरी तरफ टीकमगढ़ जिले में महिला बाल विकास विभाग में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 के ऊपर दहेज का मामला पंजीबद्ध होने के बाद भी इसकी जानकारी विभाग को नहीं दी गई जिसके बाद जानकारी सामने आने के बाद कलेक्टर सुभाष कुमार द्विवेदी द्वारा बाल विकास परियोजना में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 अंकुर सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं सहायक संचालक दिनेश कुमार दीक्षित को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसमें 15 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है।

जानकारी के मुताबिक बाल विकास परियोजना बल्देवगढ़ में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 अंकुर सक्सेना के विरुद्ध उनकी पत्नी ने 6 अप्रैल 2016 को दहेज अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कराया था। जिसके बाद इस जानकरी को सहायक ग्रेड 3 ने विभाग से छिपाया गया था। जिसके बाद इस मामले की जानकारी सामने आने के बावजूद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।

एक अन्य कार्रवाई ग्वालियर जिले में की गई। जहां ₹20000 की रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद फर्म और पंजीयन विभाग के सहायक रजिस्ट्रार कुबेर वॉइस सैंपल देने नहीं पहुंचे हैं। जिसके बाद उनकी टीम द्वारा उन्हें नोटिस जारी किया गया था। एक बार फिर इन्हें तीसरा नोटिस जारी किया गया।

जानकारी के मुताबिक मोतीमहल स्थित फर्म और पंजीयन के कार्यालय में सहायक पंजीयक वीडियो कुबेर को 20,000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। ग्वालियर सराफा व्यापारी के नवीनीकरण के एवज में 20 हजार की रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद वॉइस सैंपल के लिए कई बार सहायक पंजीयक को बुलाया गया लेकिन वह नहीं पहुंचे। जिसके बाद एक बार फिर उन्हें नोटिस जारी किया गया।


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