भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में एक बार फिर से Corona cases में बढ़ोतरी देखी जा रही है। Corona के बढ़ते case देख कर केंद्र सरकार सचेत हो गई है। वहीं राज्य सरकार को निर्देश दिए जा रहे हैं। इसी बीच माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा MP Board 10वीं और 12वीं की परीक्षा परिणाम (Exam result) को तैयार करने की वैकल्पिक व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा सभी स्कूलों (MP School) को स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के ऑनलाइन डाटा जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 के 9वीं से 12वीं में आयोजित हुए सभी परीक्षाओं त्रैमासिक, अर्धवार्षिक, Pre Board और मुख्य परीक्षा के अंक को माध्यमिक शिक्षा मंडल को सौंपने की तारीख तय की है। दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली गई।
यहां की संभावना जताई जा रही है कि यदि Corona के नए वेरिएंट और Corona के बढ़ते कैसे को देखकर यदि परीक्षा आयोजित नहीं होती है तो छात्रों के रिजल्ट जारी करने में किसी भी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आई नवीन जानकारी के मुताबिक 9वीं और 10वीं के छात्रों के अंक एमपी ऑनलाइन के जरिए 31 दिसंबर तक रिकॉर्ड करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं 11वीं और 12वीं के छात्रों के अंक 15 जनवरी 2022 तक अपलोड किए जाएंगे।
वही 11वीं कक्षा में प्रवेश के लिए स्कूलों को विशेष निर्णय दिए गए हैं जहां पिछले वर्ष के अध्ययनरत छात्रों की सूची ऑनलाइन माध्यमिक शिक्षा मंडल को उपलब्ध करानी होगी। इसके अलावा जिन छात्रों ने स्कूलों को छोड़ दिया है। ऐसे छात्रों की सूची अलग से तैयार की जाएगी। वहीं नई सूची के मुताबिक की 11वीं कक्षा में छात्रों के नामांकन क्रमांक जोड़े जाएंगे। जिसके बाद 11वीं के छात्रों को विषय चयन का ऑप्शन चुनना होगा। जिसके बाद ही छात्रों के अंक मंडल के एमपी ऑनलाइन पर जारी किए जाएंगे।
वहीं इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने के दौरान कई बातों का ध्यान रखा जाएगा। इस वर्ष तैयार किए जा रहे हैं। रिजल्ट में छात्रों की हर एक्टिविटी के आधार पर फाइनल रिजल्ट तैयार किए जाएंगे। जिसमें स्पोर्ट्स और कल्चर एक्टिविटी सहित अन्य चीजें भी शामिल होंगी।
एमपी बोर्ड परीक्षा 10वीं और 12वीं के लिए क्वेश्चन बैंक, सिलेबस पहले ही जारी कर दिया गया है। corona में बंद हुए स्कूलों और छात्रों की उचित कक्षाएं ना लगने की वजह से सिलेबस में कटौती भी की गई है। वहीं 40% ऑब्जेक्टिव प्रश्नों के साथ इस बार बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी।