भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में अब बच्चों को MP College शासकीय कॉलेज में सुदृढ़ शिक्षा उपलब्ध कराने के साथ ही योग (Yoga) का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। दरअसल केंद्र सरकार (central government) की ओर से नई शिक्षा नीति (NEP 2022) लागू की गई है। जिसमें स्नातक प्रथम वर्ष में योग को फाउंडेशन कोर्स (foundation courses) के रूप में अनिवार्य कर दिया गया है। योग्य शिक्षक (yoga instructor) ही बच्चों को योग का ज्ञान देंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई है। हालांकि प्रदेश के कई महाविद्यालय को मिलाकर योग के केवल एक ही पद स्वीकृत किए गए हैं जो कि अभी भी खाली है इस पर अब उच्च शिक्षा विभाग बड़ी तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि खेल शिक्षकों प्रशिक्षण से योग का कोर्स पढ़ पा रहे विश्वविद्यालय के लिए अब चिंता बढ़ गई है। नई शिक्षा नीति के तहत खेल शिक्षक नहीं बल्कि योग इंस्ट्रक्टर ही बच्चों को योग का ज्ञान देंगे। इसके साथ ही 500 के कॉलेज में प्राध्यापकों के 12,000 से अधिक पद रिक्त हैं। जिनमें 6941 पद पर भर्ती आयोजित की गई है। उनमें से 5146 पद रिक्त है। इनको भरने की कवायद जारी है। बीते दिनों की उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने कहा था कि जल्द प्रदेश में प्राध्यापकों के पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी।
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उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त दीपक सिंह का कहना है कि खेल शिक्षकों के माध्यम से योग की कक्षाएं संचालित कराई जाती है। इसके लिए विभाग द्वारा योग प्रशिक्षण के रूप में 1200 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जल्द ही यह शिक्षक शासकीय महाविद्यालय में योग का प्रशिक्षण देंगे। इसके अलावा उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव का कहना है कि इस समय 1500 से अधिक सहायक प्राध्यापक क्रीडा अधिकारी और लाइब्रेरियन की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही इनमें योग के शिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा। बता दें कि मोहन यादव ने बीते दिन इसकी घोषणा की थी।
बता दे कि UG के लिए नई शिक्षा नीति के तहत फाउंडेशन कोर्स ने हिंदी-अंग्रेजी के साथ-साथ अन्य और योग को भी शामिल किया गया है। प्रथम वर्ष के यूजी के फाउंडेशन के दो पेपर होंगे। जिसमें पहले पेपर हिंदी और अंग्रेजी का होगा। इसके अलावा दूसरे पेपर में पर्यावरण और योग को अनिवार्य रूप में शामिल किया गया है।