भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नवरात्रि (Navratri) से पहले बिजली उपभोक्ताओं (MP Electricity consumers) को बड़ा झटका लगा है। दरअसल अक्टूबर महीने से एक बार फिर से बिजली के दरों में (Electricity Rate Increase) वृद्धि की गई है। अब आप यदि 200 यूनिट बिजली की खपत करते हैं तो इस महीने से आपको 22 रूपए अधिक चुकाने होंगे। बढ़ती महंगाई के बीच बिजली दरों में बढ़ोतरी निश्चित ही आम जनता की जेब पर भारी बोझ लेकर आएगा।
बता दे फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट (FCA) में 10 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। जिसके बाद उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 10 पैसे की जगह अब 20 पैसे एफसीए का भुगतान करना होगा। वही बढ़ी हुई दरें 1 अक्टूबर यानी आज से लागू हो जाएगी। 100 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले को 100 रूपए का भुगतान करना होगा।
दरअसल 100 यूनिट बिजली की भरपाई सरकार बिजली कंपनियों को सब्सिडी देकर करती है। इसलिए 100 यूनिट तक के उपभोक्ताओं को बिजली दरों में वृद्धि से फिलहाल किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा लेकिन यदि आप 200 यूनिट तक बिजली खपत करते हैं तो अक्टूबर महीने से आपको बिजली की पुरानी दरों के अलावा 22 रूपए अत्यधिक भुगतान करने होंगे।
इस मामले में पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रभारी सीजीएम शैलेंद्र सक्सेना का कहना है कि हर 3 महीने में बिजली कंपनी द्वारा फ्यूल कॉस्ट का निर्धारण किया जाता है। इसके लिए कॉस्ट नियामक आयोग द्वारा तय की जाती है। बिजली बनाने में कोयला परिवहन और फ्यूल की कीमत के आधार पर एफसीए की दर का निर्धारण किया जाता है। बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं से बिजली दरों के अलावा फ्यूल कॉस्ट एडजेस्टमेंट चार्ज भी वसूल करती है।
इस दर से होगा भुगतान
- वही नई वृद्धि के बाद 50 यूनिट तक की खपत करने के बाद मौजूदा दर 307 रूपए होते जबकि नई दर 313 रुपए होंगे। हालाकि सब्सिडी के कारण पहले की तरह 50 यूनिट तक 100 रूपए ही बिल उपभोक्ताओं को भुगतान करना होगा।
- उपभोक्ताओं द्वारा 100 यूनिट तक खपत के लिए मौजूदा दर 648 रुपएजबकि नई दर 659 रुपए निर्धारित की गई है, सब्सिडी की वजह से 100 यूनिट तक बिल 100 रूपए ही माना जाएगा।
- जबकि 200 यूनिट तक की खपत करने पर उपभोक्ता को मौजूदा दर 1567 रुपए की जगह अब नई दर 1589 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके लिए किसी भी तरह की सब्सिडी की राहत नहीं दी गई है।
- जबकि 300 यूनिट तक की खपत करने पर उपभोक्ताओं को मौजूदा दर 2475 रुपए का भुगतान करना होता था लेकिन अब नई दर के मुताबिक उन्हें 2509 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके लिए किसी भी तरह की सब्सिडी की राहत नहीं दी गई है।
बता दें कि बिजली कंपनी द्वारा एक साल में फ्यूल कॉस्ट एडजस्टमेंट के रूप में 37 पैसे की वृद्धि की गई है। 1 साल पहले बिजली कंपनियां – 17 पैसे फ्यूल कॉस्ट के रूप में वसूल रही थी, अब यह 20 पैसे प्रति यूनिट की दर से आगे बढ़े हैं। इससे पहले अप्रैल-जुलाई महीने में बिजली की दरों में बढ़ोतरी की गई थी।
घरेलू बिजली की दर में 3 से 4% की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। अप्रैल में फ्यूल कॉस्ट एडजेस्टमेंट चार्ज को बढ़ाया गया था, तब 6 पैसे प्रति यूनिट चार्ज का भुगतान उपभोक्ताओ को करना पड़ा था। जुलाई में एक बार फिर से इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली थी। जिसमें 10 पैसे प्रति यूनिट की दर से इसे बढ़ाया गया था।