भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में देवउठनी एकादशी (Dev uthani Ekadashi 2021) के बाद से ही विवाह के लिए मुहूर्त बनने लगेंगे। नवंबर और दिसंबर में विवाह के शहनाई आने के लिए कुल 16 मुख्य मुहूर्त है। इसी बीच राज्य सरकार द्वारा शादी में शामिल होने वाले को लेकर नई गाइडलाइन (guideline) जारी की गई है। नवंबर और दिसंबर में कुल विवाह के 16 मुख्य मुहूर्त हैं। जिनमें 15 नवंबर, 19 नवंबर, 20, 21, 26, 28, 29 और 30 नवंबर शामिल है। जबकि दिसंबर माह में 1,2, 6, 8,9, 11, 12 और 13 विवाह के लिए शुभ मुहूर्त है।
दरअसल मध्यप्रदेश में कोरोना की स्थिति कंट्रोल में है रोजाना पांच से सात मामले देखने को मिल रहे हैं। इसी बीच अब शादी में 300 मेहमानों के शामिल होने पर छूट रहेगी। इसके अलावा शादी की बारात भी निकाली जा सकेगी। हालांकि शादी और बारात से पहले एसडीएम से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
मध्य प्रदेश में कोरोना के देखते हुए शादियों सहित बारातियों और लोगों के शामिल होने पर प्रतिबंध लगाए गए थे। इस दौरान कई मैरिज गार्डन को भी बंद रखा गया था। जबकि मेहमानों की संख्या भी 50 से कम रखी गई थी। हालांकि बाद में मेहमानों की संख्या को बढ़ाकर 100 किया गया था।
वहीं प्रदेश में कोरोना की स्थिति थमने के बाद नहीं जारी गाइडलाइन के मुताबिक शादी में मेहमानों की संख्या बढ़ाकर 300 कर दी गई है। साथ ही सरकार ने बारात निकालने पर भी अनुमति दी है। हालांकि इसके लिए एसडीएम परमिशन की जरूरत होगी। साथ ही रात 10:00 बजे के बाद डीजे नहीं बजाए जा सकेंगे। जबकि रात 11:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा।
शादी में शामिल होने वाले मेहमानों को मास्क अप होना आवश्यक होगा। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा। बता दें कि 20 नवंबर से 13 दिसंबर के बीच विवाह के मुहूर्त है। हालांकि 13 दिसंबर के बाद मलमास शुरू होने के बाद विवाह आयोजन नहीं हो सकेंगे।