भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में एक बार फिर से संक्रमण की रफ्तार में तेजी देखी जा रही है। दरअसल प्रदेश के छोटे-छोटे जिलों में संक्रमण के फैलाव को देखते हुए सरकार (shivarj government) सतर्क हो गई है। शनिवार को सात जिलों में संक्रमण के 13 केस सामने आए हैं। हालांकि केसों की संख्या तो कम है लेकिन अचानक से संक्रमित जिलों की बढ़ती संख्या सरकार के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।
शनिवार को मध्य प्रदेश के 7 जिलों में संक्रमण के 13 नए मामले सामने आए हैं। जिसमें टीकमगढ़ (tikamgarh) और इंदौर (indore) में 2, दमोह-जबलपुर (damoh-jabalpur) में 3 और भोपाल-मंदसौर और राजगढ़ में 1-1 मामले सामने आए हैं। दमोह में संक्रमण की रफ्तार में तेजी देखी जा रही है जहां 4 दिनों में 21 मामले सामने आ चुके हैं।
इसके अलावा होशंगाबाद (hoshangabad) में भी संक्रमित मरीजों की संख्या प्रशासन के लिए चिंता का कारण है। हालांकि शनिवार को होशंगाबाद में एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। इसके अलावा बीते 4 दिनों में इंदौर में 8, जबलपुर में 7, राजधानी में 6, छतरपुर टीकमगढ़ राजगढ़ में दो-दो जबकि सागर में 5 नए मामले सामने आए हैं।
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बता दें कि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित को टेस्टिंग (testing) बढ़ाने के साथ-साथ बढ़ते मामले पर अंकुश लगाने की बात कही है। वहीं दूसरे राज्य से मध्यप्रदेश पहुंच रहे व्यक्तियों के टेस्टिंग पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में 70,000 के आसपास टेस्टिंग रोजाना की जा रही है। इसके अलावा जनता को कोरोना प्रोटोकॉल (corona protocol) का पालन करने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
वैज्ञानिकों की माने तो देश में तीसरे लहर की आशंका (third wave) अगस्त सितंबर महीने को लेकर जताई गई थी। जिसके बाद केंद्र सरकार द्वारा लगातार राज्य सरकार से अपील की जा रही है कि Corona प्रोटोकॉल का पालन करें और छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन (containment zone) बनाकर संक्रमण को कम करें। इसके अलावा कई राज्यों ने लॉकडाउन (lockdown) को बढ़ा दिया है।
मध्य प्रदेश की बात करें तो अब तक 7,91,939 लोग संक्रमित हुए थे। जिसमें 7,81,259 लोग स्वस्थ हो अपने घर वापस जा चुके हैं जबकि 10,514 लोगों की मौत हो गई है। वहीं प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 156 है जबकि रिकवरी रेट 99% के करीब जब पॉजिटिविटी रेट 0.01% रह गया है।