भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने दंगो के लिए साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार विवादित सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता जावेद सीतलवाड़ (Social Activist Teesta Javed) से पद्म सम्मान (Padma Samman) वापस लेने की मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) ने जिसके खिलाफ टिप्पणी की हो और जो जेल में हो उससे यह सम्मान वापस लेना ही उचित होगा। डॉ मिश्रा ने पत्रकारिता की आड़ में देश के खिलाफ एजेन्डा चलाने वाले मोहम्मद जुबेर (Mohd. Zubair) की गिरफ्तारी को भी सही कदम बताया है।
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि तीस्ता जावेद दरअसल टुकड़े टुकड़े गैंग की ही सदस्य है। कांग्रेस की केंद्र सरकार ने ऐसे ही लोगो को पद्म सहित अन्य सम्मान दिए थे। उन्होंने कहा कि पद्म सम्मान उन लोगो को दिए जाते है, जो समाज के लिए आदर्श हो लेकिन केंद्र की कांग्रेस सरकार ने तीस्ता जावेद जैसे लोगों को यह सम्मान दिया। कांग्रेस सरकार ने सम्मानों का दुरुपयोग किस हद तक किया। यह इससे ही पता चलता है कि जिस तीस्ता ने समाज मे राष्ट्रवादियों के खिलाफ दुर्भावना फैलाई, उसे ही राजीव गांधी सदभावना पुरुस्कार से संम्मानित कर दिया।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मेरा मानना है कि जिस तीस्ता जावेद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी की हो और जो जेल में हो उससे पद्म सम्मान तत्काल वापस लेना चाहिए।पद्म सम्मान की गरिमा व सम्मान के लिए यह जरूरी भी है।
जुबेर की गिरफ्तारी
पत्रकारिता की आड़ में देश और समाज के खिलाफ एजेन्डा चला रहे जुबेर की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के विरोध पर गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस तो हमेशा ही टुकड़े टुकड़े गैंग के साथ खड़ी रहती है। तीस्ता जावेद हो या मोहम्मद जुबेर इनके खिलाफ कार्यवाही पर कांग्रेस के पेट मे दर्द होना स्वाभाविक है।
आज दिग्विजय सिंह व अन्य कांग्रेसी नेता जुबेर की गिरफ्तारी पर प्रलाप कर रहे है लेकिन महाराष्ट्र में एक साधारण पोस्ट पर जब केतकी चितले को महारष्ट्र सरकार ने जेल में डाल दिया था तब एक भी कांग्रेसी के मुह से आवाज नही निकली थी। डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस की इसी तुष्टिकरण की राजनीति ने उसे आज देश की राजनीति में अप्रसांगिक बना दिया है। आश्चर्य की बात केवल यह है कि लगभग समाप्ति की कगार पर पहुच चुकी कांग्रेस अभी भी इस राह को छोड़ने को तैयार नही है।